Bihar: तरारी विधायक का विवादित बयान, “जो नहीं मानेगा, उसे उखाड़कर फेंक देंगे”

तरारी विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायक विशाल प्रशांत का एक बयान हाल ही में सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया। यह बयान उन्होंने तरारी विधानसभा क्षेत्र में जन समस्या निवारण केंद्र के उद्घाटन के दौरान दिया, जो मुख्य रूप से जनता की समस्याओं का समाधान करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है। इस केंद्र के माध्यम से लोग अपनी शिकायतें सीधे विधायक तक पहुंचा सकते हैं, और उनका समाधान विधायक के स्तर पर करने की कोशिश की जाएगी।विधायक विशाल प्रशांत ने उद्घाटन समारोह में अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर वे उनकी बातों को अनसुना करेंगे, तो उन्हें उखाड़कर फेंक दिया जाएगा। इस कड़ी चेतावनी को लेकर सोशल मीडिया पर भारी प्रतिक्रिया देखने को मिली है।
कुछ लोग विधायक के इस आक्रामक रवैये की आलोचना कर रहे हैं और उनका मानना है कि लोकतंत्र में इस तरह की धमकियां देना उचित नहीं है। एक यूजर ने कहा, “यह तरीका ठीक नहीं है, लोकतंत्र में इस तरह के बयानों का स्वागत नहीं किया जा सकता।” वहीं, कुछ लोग विधायक के इस सख्त रवैये को उनके मजबूत और सख्त नेतृत्व का उदाहरण मान रहे हैं। एक अन्य यूजर ने लिखा, “कम से कम विधायक अपने क्षेत्र के लिए गंभीर हैं और अधिकारियों को लापरवाही नहीं करने देंगे।”विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान बिहार की राजनीति में और विवादों को जन्म दे सकता है, खासकर ऐसे समय में जब राज्य में प्रशासन और जनता के बीच विश्वास बहाली की आवश्यकता है। इस बयान ने राज्य की सियासत में नए सवाल उठाए हैं और इसे राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
विशाल प्रशांत, जो भोजपुर जिले के बाहुबली नेता और पूर्व विधायक सुनील पांडे के बेटे हैं, ने नवंबर 2024 में बीजेपी के टिकट पर तरारी विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की थी। उनके इस बयान से उनके समर्थकों और विरोधियों के बीच एक स्पष्ट विभाजन देखा जा सकता है। यह बयान उनके तेज-तर्रार और आक्रामक नेतृत्व को प्रदर्शित करता है।जन समस्या निवारण केंद्र का उद्देश्य जनता की समस्याओं का समाधान करना और प्रशासन को जवाबदेह बनाना है, लेकिन विधायक का यह बयान राज्य में एक नया विवाद खड़ा कर सकता है, जो आगे की राजनीति को प्रभावित करेगा।