महिला कर्मियों का आवेदन ‘अफसर हमें कहते हैं कूड़ा-कचरा’ कलेक्टर नीरज को शिकायत
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा में निजी सुरक्षा कंपनी की महिला कर्मचारियों ने आवेदन किया है। निजी सुरक्षा एजेंसी पर महिलाओं ने गंभीर आरोप लगाए हैं। जांच
महिलाओं ने बताया “हम महाकाल मंदिर में सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक काम करते हैं, लेकिन हमें सुबह 5:30 बजे बुलाया जाता है। जब हम थंब मशीन से अपनी आने की एंट्री करवाते हैं, तब तक पत्रक हमें छीन लेता है।
हम इस काम को बड़ी आवश्यकता से कर रहे हैं, लेकिन क्रिस्टल कंपनी के एसओ विष्णु चौहान, सुरक्षा प्रभारी हेमलता पाटीदार मेडम, संजय सिसोदिया और भगवान सिंह हमारी कोई शिकायत नहीं सुनना चाहते। जब हम उनसे शिकायत करते हैं, वे हमें कूड़ा-कचरा कहते हैं और हमें नौकरी से निकाल देंगे।
हम भी समय पर अपनी पूरी सैलरी नहीं मिलती। हमारा वेतन 8400 है, लेकिन महीने के अंत में वेतन 5 से 6000 के बीच होता है। हम कुछ भी गलत कदम उठा सकते हैं अगर हमारी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता। ” यह मीडियाकर्मियों को महाकालेश्वर मंदिर में किए गए कार्यक्रम में निजी महिला सुरक्षाकर्मियों ने बताया।
सुरक्षा कर्मचारियों ने इस मामले की कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा से शिकायत की है। कलेक्टर और महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह को लगभग आधा दर्जन से अधिक शिकायतें दी गई हैं।जिसमें सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि क्रिस्टल इंटीग्रेटेड सर्विसेज लिमिटेड के एसओ विष्णु चौहान, सुरक्षा प्रभारी हेमलता पाटीदार, संजय सिसोदिया और भगवान सिंह ने उन्हें बहुत परेशान किया है।
ये लोग सुरक्षाकर्मियों से बुरा बोलते हैं। ड्यूटी पर समय पर पहुंचने के बावजूद सुरक्षाकर्मी गैरहाजिर हो जाते हैं, हालांकि कोई भी सुरक्षाकर्मी ऐसा नहीं करना चाहता। उन्हें रजिस्टर में साइन करने और बायोमैट्रिक मशीन में थंब करने भी नहीं दिया जाता। नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है और वेतन मिलने पर पैसे काटकर दिए जाते हैं।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा में निजी सुरक्षा कंपनी की महिला कर्मचारियों ने आवेदन किया है। निजी सुरक्षा एजेंसी पर महिलाओं ने गंभीर आरोप लगाए हैं। जांच के बाद मामला दर्ज किया जाएगा।