प्रशांत किशोर का अनशन खत्म, बीपीएससी 70वीं पीटी पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई

प्रशांत किशोर ने जनसुराज के तहत अपनी मांगों को लेकर शुरू किया गया आमरण अनशन समाप्त करने का निर्णय लिया है। वे दो जनवरी से अनशन पर थे, लेकिन खराब स्वास्थ्य के कारण उन्हें आईसीयू में भर्ती होना पड़ा। जनसुराज ने बताया कि युवाओं और संगठन के सम्मान में पीके अपने अनशन को खत्म कर सत्याग्रह के अगले चरण की घोषणा करेंगे। गुरुवार को दोपहर दो बजे प्रशांत किशोर पटना के एलसीटी घाट स्थित जनसुराज आश्रम में अनशन तोड़ेंगे।
जनसुराज का यह आंदोलन बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर है। जनसुराज ने पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें कहा गया है कि परीक्षा रद्द कर दोबारा आयोजित की जाए। संगठन के वकील प्रणव कुमार ने संविधान के अनुच्छेद 226 के तहत अपील की है कि जब तक नई परीक्षा नहीं होती, तब तक परिणाम घोषित न किया जाए। इस मामले की सुनवाई आज पटना हाईकोर्ट में होनी है।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर याचिका दायर की गई थी। चीफ जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस संजय कुमार, और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने 7 जनवरी को इस याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को सुझाव दिया कि यह मामला पटना हाईकोर्ट के अधिकार क्षेत्र में आता है, इसलिए वे वहीं अपील करें। याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट में प्रदर्शनकारियों पर हुए लाठीचार्ज का जिक्र किया, लेकिन कोर्ट ने इसे हाईकोर्ट में उठाने की सलाह दी।
प्रशांत किशोर के सत्याग्रह का यह कदम बिहार में प्रशासनिक सुधार और जनसुराज के उद्देश्यों को लेकर एक बड़ा प्रयास है। अब यह देखना होगा कि सत्याग्रह के अगले चरण में वे क्या रणनीति अपनाते हैं और अदालत का क्या फैसला आता है।