महाकुंभ 2025: प्रथम स्नान पर्व और रामलला प्राण-प्रतिष्ठा वर्षगांठ के भव्य आयोजन
महाकुंभ 2025: प्रयागराज में महाकुंभ के प्रथम स्नान पर्व से पहले संगम क्षेत्र वेदों की ऋचाओं, मंत्रों और प्रवचनों से गूंज उठा है। 13 जनवरी को प्रथम स्नान पर्व के बाद मेले की विशाल यज्ञशालाओं में आहुतियां डालने का कार्य आरंभ होगा। 4,000 हेक्टेयर में फैले मेले में सैकड़ों यज्ञशालाएं बनाई गई हैं, जहां विश्व और जन कल्याण समेत विभिन्न विषयों पर करोड़ों आहुतियां पड़ेंगी।
बड़े हनुमान मंदिर से पहला पीपा पुल पार करने पर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तश्वरानंद के शिविर में बनी नौ मंजिला यज्ञशाला दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रही है। यह यज्ञशाला महाकुंभ की सबसे भव्य यज्ञशालाओं में से एक है।
अयोध्या रामलला प्राण-प्रतिष्ठा:
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर भव्य उत्सव की शुरुआत हो चुकी है। पूरे मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है। धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला का अभिषेक कर दर्शन और पूजन किया। इसके बाद उन्होंने अयोध्या के निवासियों को महाकुंभ के स्नान पर्व में शामिल होने के लिए प्रयागराज संगम आने का निमंत्रण दिया।