Bihar News: बालू माफिया और पुलिस के बीच झड़प, सैकड़ों लोगों ने पुलिसकर्मियों को घेरा, तनावपूर्ण माहौल

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जहानाबाद के हुलासगंज थाना क्षेत्र में फल्गु नदी से अवैध बालू कारोबार किया जा रहा था। पुलिस इसकी गुप्त सूचना पर मौके पर पहुंची। पुलिस को देखते ही ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया और अपने मालिक को सूचना दे दी।
उसके बाद मौके पर सैकड़ों लोग पहुंच गए और पुलिस को घेर लिया। उसके बाद वे लोग पुलिसकर्मियों से भिड़ गए। इस दौरान पुलिस को जान बचाने के लिए इधर-उधर भागना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि फल्गु नदी से अवैध बालू कारोबार किया जा रहा है। इसके आधार पर पुलिस इब्राहिमपुर गांव के पास नदी किनारे पहुंची तो देखा कि एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पर नदी से बालू निकालकर लादी जा रही है। पुलिस को देखकर चालक मौके से फरार हो गया और इसकी सूचना अपने मालिक को दे दी। इस दौरान पुलिस ने ट्रैक्टर को अपने कब्जे में लिया ही था कि गांव से लगभग 100 की संख्या में लोग मौके पहुंच गए और पुलिस को चारों ओर से घेर लिया। इसके बाद पुलिसकर्मियों को यहां जान बचाना भी मुश्किल हो गई। लोगों से घिरे पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना अपने अधिकारियों को दी। इसके बाद और पुलिस बल वहां पहुंचा।
इधर, थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि बड़ी मुश्किल से हम लोगों की जान बची। ट्रैक्टर चालक ने पहले तो गाड़ी को मुझ पर चढ़ाने की कोशिश की। हम लोग संख्या बल में काफी कम थे। लेकिन उधर बालू माफिया की ओर से सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे हुए थे।
अतिरिक्त पुलिस बल के आने के बाद हम लोग ट्रैक्टर को लेकर आने में सफल हुए। उन्होंने बताया कि दो जिलों का सीमावर्ती इलाका होने का फायदा अवैध बालू माफिया उठा रहे हैं। खनन विभाग द्वारा इसे लेकर फिलहाल ट्रैक्टर चालक और उसके मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
पुलिस ने बताया कि हुलासगंज के पास गया जिला की सीमा शुरू होती है। ऐसे में बालू माफिया जिले की सीमा का लाभ उठाकर बचते रहे हैं। इस मामले में भी कुछ ऐसी ही बात थी। जहां बालू खनन हो रहा था, उसके चंद कदम की दूरी पर गया जिला की सीमा शुरू हो रही थी।
फिलहाल पुलिस ने ट्रैक्टर को अपने कब्जे में ले लिया है। यह ट्रैक्टर जारू बानरिया का बताया जा रहा है। इस ट्रैक्टर पर लगभग चार लाख रुपये जुर्माना किया गया है। लेकिन जिस तरह की घटना पुलिस के सामने हुई है। उससे एक बात तो स्पष्ट होती है कि बालू माफियाओं ने काफी मजबूत नेटवर्क बना रखा है। वे आसपास के ग्रामीणों को भी मिलाकर रखते हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर पुलिस का सामना किया जा सके।