कानपुर में धुंध का कहर: समुद्री नमी ने बनाई धुंध की चादर, ठंड के तेवर और तीखे

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उत्तर प्रदेश में मौसम में 10 जनवरी से बदलाव आने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से गरज-चमक के साथ बारिश और ओले गिरने की संभावना है। इस दौरान सुबह और शाम के समय घना कोहरा भी छाए रहने की संभावना है। इसके साथ ही, ठंड का असर और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है, जिससे नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

 

कानपुर मंडल प्रदेश का सबसे ठंडा क्षेत्र बना हुआ है। इटावा का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे कम रहा। वहीं, कानपुर एयर फोर्स मौसम केंद्र पर 8.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। धुंध के कारण सूरज दिन भर नहीं निकला, जिससे सीएसए मौसम वेधशाला में सनशाइन आवर शून्य रिकॉर्ड हुआ।

 

वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय के अनुसार, 10 जनवरी से मौसम में बदलाव की शुरुआत हो जाएगी, जब पश्चिमी विक्षोभ का असर प्रदेश पर पड़ेगा। 11 और 12 जनवरी को गरज-चमक के साथ बारिश और ओले गिरने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही, ज्यादातर इलाकों में सुबह और शाम को घना कोहरा छाया रहेगा, जो यात्रियों और सड़क पर चलने वालों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है।

 

इस समय बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से लगातार नमी आ रही है, जो बादल और धुंध का कारण बन रही है। जेट स्ट्रीम के प्रभाव से एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहे हैं। इसका असर ठंड और गलन के रूप में देखने को मिल रहा है। इसके अलावा, ला-नीना का बढ़ता प्रभाव समुद्र की सतह की ठंडक को बढ़ा रहा है, जो उत्तर प्रदेश के मौसम को और भी ठंडा बना रहा है।

 

सीएसए की मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस कम रहा, और नमी का स्तर 91 प्रतिशत था। इस मौसम का प्रभाव खेती और यातायात पर भी पड़ सकता है, इसलिए नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।

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