कोहरे और ठंडी हवाओं से बढ़ी ठंड, लोग दिन में भी अलाव का सहारा लेने को मजबूर

दमोह जिले में सर्द हवाओं के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सुबह-सुबह कोहरे की चादर और दिनभर बादलों के बीच, लोगों को दिन में भी अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। तापमान में लगातार गिरावट से ठंड का असर और बढ़ गया है। सोमवार को न्यूनतम तापमान 11 डिग्री और अधिकतम तापमान 21.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो रविवार के मुकाबले 2.5 डिग्री कम था। पिछले सप्ताह हुई बारिश के बाद ठंड अचानक बढ़ गई है, जबकि दिसंबर में इतनी ठंड महसूस नहीं की गई थी।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले चार-पांच दिनों तक ऐसा ही मौसम रहेगा। अधिकतम तापमान 26.1 से 28.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8.7 से 10.8 डिग्री के बीच रहने की संभावना है। सर्द हवाएं जारी रहेंगी, और सापेक्षित आर्द्रता 78 से 85% तक हो सकती है। इस स्थिति में लोगों को ठंड से बचने के लिए विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।
कृषि क्षेत्र पर इस ठंड का प्रभाव भी देखा जा रहा है। सरसों की फसल में रसचूसक कीटों का प्रकोप बढ़ गया है, जिसे नियंत्रित करने के लिए किसानों को थायोमेथाक्साम 25 डब्लूजी का 250 ग्राम प्रति हेक्टेयर छिड़काव करने की सलाह दी गई है। भटा फसल में भेदक कीटों से निपटने के लिए फिरोमेन ट्रेप लगाए जाने चाहिए, जिनकी संख्या प्रति हेक्टेयर 20 होनी चाहिए। चना और मसूर की फसलों में इल्ली नियंत्रण के लिए इमामेक्टिन बेंजोएट 5 प्रतिशत एसजी का 100 ग्राम प्रति एकड़ छिड़काव करने का सुझाव दिया गया है।
इसके अतिरिक्त, शुष्क मौसम को ध्यान में रखते हुए किसानों को रबी फसलों पर खरपतवार नाशी और कीटनाशी का छिड़काव करने की सलाह दी गई है। उचित कृषि उपाय अपनाकर किसान फसलों को नुकसान से बचा सकते हैं और ठंड के इस दौर में फसल सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।