पत्नी की हत्या, शव जलाया और चंबल में अस्थियां बहाई; दीनू ने रची खौफनाक साजिश

ग्वालियर में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है, जिसने रिश्तों के प्रति विश्वास को झकझोर कर रख दिया। थाटीपुर इलाके में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर न सिर्फ उसका शव जलाया, बल्कि सबूत मिटाने के लिए अस्थियों को राजस्थान की चंबल नदी में फेंक दिया। इस अपराध को अंजाम देने के बाद आरोपी ने पुलिस थाने में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, ताकि किसी को उस पर शक न हो।
घटना का पूरा विवरण
ग्वालियर के थाटीपुर थाना क्षेत्र के न्यू सुरेश नगर स्थित सरकारी मल्टी में रहने वाले दीनू टैगोर ने अपनी पत्नी चंचल जाटव के साथ 31 दिसंबर की रात शराब पीने के बाद झगड़ा किया। विवाद इतना बढ़ गया कि उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। हत्या के बाद दीनू ने बड़ी चालाकी से एक षड्यंत्र रचा। उसने एंबुलेंस बुलाई और पत्नी की बीमारी का बहाना बनाकर उसके शव को अस्पताल ले जाने का नाटक किया।
इसके बाद दीनू सीधा मुरैना के अपने पैतृक गांव कैमराकला पहुंचा, जहां उसने किसी को बताए बिना पत्नी के शव को जला दिया। इतना ही नहीं, उसने उसकी अस्थियों और राख को राजस्थान के चंबल नदी में फेंक दिया, ताकि हत्या के सबूत पूरी तरह से नष्ट हो जाएं। इसके बाद दीनू ग्वालियर लौटकर थाटीपुर थाने में अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।
हत्या का भेद कैसे खुला?
दीनू की पत्नी की गुमशुदगी की खबर जब चंचल के मायके वालों को मिली, तो वे घबराते हुए ग्वालियर पहुंचे। जब उन्होंने दीनू से घटना के बारे में जानकारी मांगी, तो उसके जवाब संदिग्ध और टाल-मटोल भरे थे। इससे मायके वालों का शक गहरा गया, और उन्होंने पुलिस को घटना की जानकारी दी।
पुलिस ने दीनू से सख्ती से पूछताछ की, जिसके बाद उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने बताया कि दीनू को घटनास्थल पर ले जाकर हत्या और शव ठिकाने लगाने की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली गई। पुलिस अब चंबल नदी के उस स्थान की तलाशी कर रही है, जहां पर अस्थियां फेंकी गई थीं।
पारिवारिक कलह बना हत्या की वजह
दीनू टैगोर एक निजी कंपनी में काम करता था और आदतन शराबी था। उसकी पत्नी चंचल जाटव से आए दिन झगड़े होते रहते थे। 31 दिसंबर की रात शराब के नशे में हुए झगड़े के दौरान दीनू ने यह खौफनाक कदम उठाया।
इस घटना ने समाज में पारिवारिक समस्याओं और उनमें हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर गहरी चिंता जताई है। पुलिस मामले की तह तक जाकर न्याय सुनिश्चित करने में जुटी है।