भोपाल टीम ने मिलिंग यूनिट्स की जांच शुरू की, दस्तावेजों की जांच के बाद रिपोर्ट सौंपेगी सरकार

मध्य प्रदेश के कटनी जिले में धान मिलिंग और सीएमआर चावल से जुड़ी शिकायतों की जांच करने के लिए तीन सदस्यीय एक संयुक्त टीम ने दबिश दी। इस टीम में भोपाल के तीन प्रमुख अधिकारी और कटनी के दो स्थानीय अधिकारी शामिल थे। टीम ने नागरिक आपूर्ति निगम कटनी कार्यालय में जाकर कई दस्तावेजों की छानबीन की और जांच की प्रक्रिया शुरू की। करीब चार घंटे तक चली इस जांच के दौरान अधिकारियों ने धान उपार्जन और सीएमआर चावल से संबंधित शिकायतों के बारे में जानकारी जुटाई और कागजातों का सावधानीपूर्वक अवलोकन किया।
इस जांच का मुख्य कारण हाल ही में नान प्रबंधक देवेंद्र तिवारी द्वारा ‘मां जगदंबे राइस मील’ पर की गई दबिश थी, जिसमें कई अनियमितताएँ सामने आई थीं। इसके बाद, सीएमआर चावल जमा न करने पर राइस मील को ब्लैक लिस्ट किया गया और करीब डेढ़ करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था। इस कार्रवाई से जुड़े मुद्दों पर संचालक अमर पंजवानी ने खाद्यमंत्री और भोपाल के अधिकारियों को भ्रष्टाचार की लिखित शिकायत दी थी।
भोपाल से पहुंचे खाद्य विभाग के डायरेक्टर हरेंद्र सिंह, वेयरहाउस कॉरपोरेशन के रजनीश राय और ए.के. दहायत के साथ कटनी के खाद्य और वेयरहाउस अधिकारी भी जांच में शामिल हुए। उन्होंने धान मिलिंग और सीएमआर चावल से संबंधित दस्तावेजों की जांच की और जांच रिपोर्ट तैयार की। हरेंद्र सिंह ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर यह जांच की जा रही है और कल तक पूरी रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को सौंप दी जाएगी।