विधानसभा घेराव पर पुलिस का शिकंजा: नेता और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया

xczc

लखनऊ में कांग्रेस पार्टी द्वारा विधानसभा घेराव की घोषणा ने प्रदेश भर में हलचल मचा दी है। विभिन्न जिलों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के लखनऊ पहुंचने के साथ ही प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। कांग्रेस कार्यालय के बाहर रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की तैनाती की गई है, जबकि प्रमुख नेताओं को उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया है। जगह-जगह बैरिकेडिंग और यातायात डायवर्जन के कारण आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।

 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस-प्रशासन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए दमनकारी कदम उठा रहा है। बैरिकेडिंग में लगाए गए नुकीले भाले कार्यकर्ताओं को चोट पहुंचा सकते हैं। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला करार दिया। राय का कहना है कि सरकार की नाकामी के विरोध में विधानसभा घेराव का आयोजन किया गया है, लेकिन प्रशासन इस पर रोक लगाने की कोशिश कर रहा है।

 

कई जिलों में कांग्रेस नेताओं को उनके घरों पर नजरबंद किया गया। रायबरेली में कांग्रेस नेता और राष्ट्रीय सचिव सुशील पासी को घर में कैद कर दिया गया। सीतापुर में जिलाध्यक्ष उत्कर्ष अवस्थी को भी उनके घर पर नजरबंद कर दिया गया। बाराबंकी और बलरामपुर जिलों में कांग्रेस नेताओं को हाउस अरेस्ट किया गया। प्रशासन ने इस कार्रवाई को विधानसभा सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक बताया है।

 

लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय जाने वाले रास्तों को सील कर दिया गया, जिससे लाल बत्ती चौराहे और लोहिया पथ पर यातायात बाधित हुआ। महिला कांग्रेस की मध्य जोन अध्यक्ष ममता चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया। बाराबंकी में कांग्रेस जिला अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया गया। इसी तरह, रायबरेली और सीतापुर में भी कांग्रेस नेताओं को रोका गया या नजरबंद किया गया।

 

पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को नोटिस जारी कर कहा कि विधानसभा का तृतीय सत्र चल रहा है, और घेराव से कानून-व्यवस्था को खतरा हो सकता है। इसके बावजूद, कांग्रेस नेता विधानसभा घेराव के लिए अड़े हुए हैं। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि सरकार की कायराना हरकतें कांग्रेस के हौसले को नहीं डिगा सकतीं।

 

इस विरोध प्रदर्शन के चलते लखनऊ के कई इलाकों में ट्रैफिक डायवर्जन किया गया, जिससे नागरिकों को दिक्कतें हुईं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं का कहना है कि वे सरकार की नीतियों और कानून-व्यवस्था की स्थिति को उजागर करने के लिए घेराव करेंगे। पुलिस और प्रशासन के कड़े रुख के बावजूद, कांग्रेस ने अपने प्रदर्शन को सफल बनाने की प्रतिबद्धता जताई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *