यूपीपीएससी परीक्षा के कारण 14 ट्रेनें रहेंगी निरस्त, परीक्षा के लिए आने वाले अभ्यर्थियों को समस्या

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की 22 दिसंबर को होने वाली प्रारंभिक परीक्षा के दौरान परिवहन व्यवस्था में गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं, क्योंकि रेलवे ने बरेली होकर गुजरने वाली कई प्रमुख ट्रेनों को निरस्त कर दिया है। इस बदलाव का असर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों पर पड़ेगा, क्योंकि यूपीपीएससी परीक्षा में 15,648 अभ्यर्थी शामिल होने वाले हैं, जिनमें से अधिकांश अन्य जिलों से आ रहे हैं। खासकर महिलाओं और उनके परिजनों के लिए यह समस्या और बढ़ सकती है क्योंकि वे रेलवे और बसों के जरिए यात्रा करते हैं।
वर्तमान में बरेली होकर गुजरने वाली 18 ट्रेनों को पहले ही कोहरे के कारण निरस्त किया जा चुका था, और अब रेलवे ने 19 से 24 दिसंबर तक और 14 ट्रेनों को निरस्त करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, 4 ट्रेनों के मार्ग बदलने का भी निर्णय लिया गया है, और 2 ट्रेनों को 90 मिनट तक की देरी से चलाने की योजना बनाई गई है। इस निर्णय से अन्य ट्रेनों और बसों की भी भीड़-भाड़ बढ़ने की संभावना है।
निरस्त ट्रेनों में शामिल प्रमुख ट्रेनें निम्नलिखित हैं:
22453/54 मेरठ-लखनऊ राज्यरानी एक्सप्रेस (22 दिसंबर)
15073/74 सिंगरौली-टनकपुर त्रिवेणी एक्सप्रेस (21 और 24 दिसंबर)
13005/06 पंजाब मेल (19 से 23 दिसंबर)
22489/90 लखनऊ-मेरठ वंदे भारत एक्सप्रेस (22 और 23 दिसंबर)
14235/36 वाराणसी-बरेली एक्सप्रेस (21 से 24 दिसंबर)
14307/08 प्रयागराज-बरेली एक्सप्रेस (21 से 24 दिसंबर)
इन ट्रेनों के अलावा, कुछ ट्रेनों का मार्ग भी बदल दिया गया है:
12203/04 सहरसा-अमृतसर एक्सप्रेस (22 और 23 दिसंबर)
12557/58 मुजफ्फरपुर-आनंद विहार एक्सप्रेस (21 से 23 दिसंबर)
12369 हावड़ा-देहरादून एक्सप्रेस (22 और 23 दिसंबर)
12370 देहरादून-हावड़ा एक्सप्रेस (23 और 24 दिसंबर)
इसके अलावा, 15910 अवध-असम एक्सप्रेस और 13151 कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस को भी 30 मिनट और 90 मिनट की देरी से चलाया जाएगा।
अभ्यर्थियों और यात्रियों को होने वाली इस असुविधा को ध्यान में रखते हुए, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने रोडवेज अधिकारियों को अतिरिक्त बसों के संचालन के निर्देश दिए हैं। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक चौधरी ने बताया कि परीक्षा के मद्देनजर अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की जा रही है ताकि अभ्यर्थियों को आवागमन में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
इस परिवहन संकट से निपटने के लिए प्रशासन और रेलवे द्वारा कदम उठाए गए हैं, लेकिन अभ्यर्थियों को यात्रा में परेशानी से बचने के लिए अग्रिम योजना बनाने की सलाह दी जा रही है।