Zakir Hussain Death: “भारत रत्न जाकिर हुसैन का निधन, परिवार और इंडस्ट्री में गहरा शोक”

Zakir Hussain Death: तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। उनकी मौत की खबर की आधिकारिक पुष्टि परिवार ने कर दी है। उन्हें दिल से जुड़ी दिक्कतों के चलते दो सप्ताह पहले अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस्ताद के निधन की पुष्टि होने के पहले ही सोशल मीडिया पर उनको लोग श्रद्धांजलि देने लगे थे। इस मामले में उनके करीबी ने बयान जारी करते हुए उनके निधन की खबरों का खण्डन भी किया था। लेकिन 16 दिसंबर की सुबह उनके परिवार ने निधन होने की खबर को कन्फर्म कर दी है। इस मामले में न्यूज एजेंसी पीटीआई ने भी ट्वीट जारी किया है।
मौत से पहले ही लोग देने लगे थे श्रद्धांजली
जाकिर हुसैन के निधन की खबरें सोशल मीडिया पर एक दिन पहले से ही वायरल होने लगी थीं। उनको श्रद्धांजलि देते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी X पर ट्वीट किया था लेकिन निधन की पुष्टि न होने के कारण उन्होंने पोस्ट को डिलीट भी कर दिया था। इसके साथ में कई बड़ी हस्तियों ने उनके निधन पर शोक जताते हुए पोस्ट किया था। जाकिर हुसैन के निधन की खबरें वायरल होने के कुछ देर बाद उनके भतीजे अमीर औलिया ने बताया कि वे जीवित हैं, लेकिन उनकी हालत गंभीर है। राकेश चौरसिया ने ये भी कहा, ‘वो इस समय ICU में हैं और हम सब उनकी स्थिति को लेकर चिंतित हैं। हम सब के लिए ये एक बहुत ही मुश्किल वक्त है’
जाकिर हुसैन निधन
मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन को खराब सेहत के चलते अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 73 साल में वह दिल से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे थे। वे ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे थे। अब परिवार ने पुष्टी कर दी गई है कि उस्ताद का निधन हो गया है। इस मामले में न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एक्स पर पोस्ट भी शेयर किया है।
जाकिर हुसैन की प्रसिद्धी
जाकिर हुसैन मशहूर तबला वादक उस्ताद अल्लाह रक्खा के बड़े बेटे थे। उन्होंने अपने पिता के रास्ते पर चलते हुए भारत और दुनिया में बड़ा नाम कमाया। वे भारत के सबसे प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीतकारों में से एक थे। उन्हें 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। साथ ही, उन्होंने संगीत के क्षेत्र का बड़ा सम्मान ग्रैमी अवॉर्ड भी जीता।