बरेली के भरतौल को बाल हितैषी पंचायत पुरस्कार, राष्ट्रपति ने किया सम्मानित, योगी आदित्यनाथ ने की सराहना

बरेली जिले के भरतौल ग्राम पंचायत को एक और बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। बुधवार को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ग्राम प्रधान प्रवेश को बाल हितैषी पुरस्कार से सम्मानित किया। साथ ही, उन्हें 75 लाख रुपये का परितोष भी प्रदान किया गया। इस पुरस्कार का उद्देश्य उन ग्राम पंचायतों को सम्मानित करना है, जिन्होंने बच्चों के अधिकारों, उनकी शिक्षा, सुरक्षा, और समग्र विकास के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उपलब्धि पर ग्राम प्रधान और उनकी पूरी पंचायत टीम को बधाई दी, और कहा कि यह पूरे प्रदेश के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, जिससे अन्य पंचायतों को प्रेरणा मिलनी चाहिए। ग्राम प्रधान प्रवेश ने बताया कि बाल हितैषी पुरस्कार उन ग्राम पंचायतों को दिया जाता है, जहां बच्चों के सुरक्षा और समग्र विकास के लिए विशेष प्रयास किए जाते हैं। भरतौल ग्राम पंचायत ने इस मानक को पूरी तरह से पूरा किया है। यहां बच्चों की सुरक्षा के लिए सीसी कैमरे लगाए गए हैं, पार्क और खेल मैदान उपलब्ध हैं, और आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को पोषाहार दिया जाता है। पंचायत में कोई भी बच्चा अतिकुपोषित श्रेणी में नहीं है, और स्कूल तथा आंगनबाड़ी केंद्र प्रदेश के अन्य जिलों के लिए एक आदर्श बने हैं।
भरतौल ने दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष प्रबंध भी किए हैं, जैसे कि स्कूल और शौचालयों में रैंप की व्यवस्था। सड़कों पर प्रकाश की उचित व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाएं भी मुहैया कराई गई हैं। इन प्रयासों के चलते, भरतौल को पहले भी कई पुरस्कार मिल चुके हैं, जिनमें 2007 में निर्मल ग्राम पंचायत पुरस्कार, 2008 में सार्क समिट में भागीदारी, 2009 में नरेगा समिट में सहभागिता, और कई अन्य पुरस्कार शामिल हैं। इन उपलब्धियों के चलते भरतौल एक मॉडल पंचायत बन गई है, और इसे कई अन्य पुरस्कारों जैसे पंडित दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण राष्ट्रीय पुरस्कार, डॉ. राममनोहर लोहिया राज्य पुरस्कार, यूपी स्वच्छ भारत पंचायत सम्मान और मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार से भी नवाजा गया है।