धोखाधड़ी का नया तरीका, एसपी क्राइम का नाम लेकर वीडियो कॉल पर प्रधानाध्यापक से 3.50 लाख रुपये ठगे गए

मथुरा के गोवर्धन थाना क्षेत्र में एक प्रधानाध्यापक से वीडियो कॉल के जरिए ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें अपराधी ने खुद को एसपी क्राइम बताते हुए मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसाने की धमकी दी और 3.50 लाख रुपये की ठगी की। घटना 3 दिसंबर को हुई जब गोवर्धन के कृष्णा कॉलोनी निवासी राजेंद्र कुमार, जो सैरा सबला उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक हैं, विद्यालय में पढ़ा रहे थे। इसी दौरान उन्हें एक वीडियो कॉल आई, जिसे उन्होंने रिसीव किया। वीडियो कॉल पर एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में था और उसने स्वयं को क्राइम ब्रांच लखनऊ का एसपी बताया।
ठग ने प्रधानाध्यापक को बताया कि उनका आधार कार्ड और मोबाइल नंबर मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल हो रहा है। इसके साथ ही उसने कुछ कागजात और तस्वीरें भेजकर प्रधानाध्यापक से मुख्य आरोपी को पहचानने को कहा। जब प्रधानाध्यापक ने कहा कि वह किसी को नहीं जानते, तो ठग ने पुलिस की जांच में सहयोग न करने पर जेल भेजने और नौकरी से बर्खास्त कराने की धमकी दी। ठग ने यह भी कहा कि अगर 3.50 लाख रुपये दे दिए जाएं, तो उनका नाम केस से हटा लिया जाएगा। इस डर से प्रधानाध्यापक ने ठग के बताए तीन बैंक खातों में 3.50 लाख रुपये जमा कर दिए।
फोन कटने के बाद प्रधानाध्यापक को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने गोवर्धन थाने में शिकायत की। पुलिस ने उन्हें साइबर थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज करने की सलाह दी। इसके बाद, पीड़ित ने एसपी क्राइम अवनीश कुमार से मुलाकात की, और उनके आदेश पर साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और ठग के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।
यह घटना साइबर अपराधियों के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक नई और खतरनाक तकनीक को उजागर करती है, जिसमें वीडियो कॉल के माध्यम से लोगों को डराया-धमकाया जाता है और उन्हें रकम की वसूली के लिए मजबूर किया जाता है।