आपसी सहमति से सुलझा एम्स पीएचसी विवाद, डॉक्टर और परिजन में बनी सहमति

एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने हाल ही में एक घटना पर नाराजगी जताई, जिसमें पीएचसी छायंसा में आपातकालीन ड्यूटी के दौरान एक इंटर्न डॉक्टर के साथ मरीज के तीमारदारों ने मारपीट की। घटना के बाद पीएचसी में तैनात अन्य डॉक्टरों को भी जान से मारने की धमकियां दी गईं। हालांकि, मामले में प्रशासन के हस्तक्षेप से दोनों पक्षों के बीच सुलह हो गई।
घटना के बाद, तीमारदारों ने डॉक्टर से माफी मांगी, और आपसी सहमति के आधार पर विवाद को समाप्त कर दिया गया। एम्स की मीडिया सेल प्रमुख, डॉ. रीमा दादा ने बताया कि सुलह के बाद प्रशासन ने पुलिस में कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई। इस घटना ने स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा उपायों को कड़ा करने के निर्देश दिए। एम्स परिसर में किसी भी स्वास्थ्य कर्मी के साथ हिंसा रोकने के लिए सुरक्षा गार्ड्स को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए। यह मामला एम्स दिल्ली के सीआरएचएसपी बल्लभगढ़ के अंतर्गत आने वाले पीएचसी छायंसा में सामने आया था, जो स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता को उजागर करता है।