हिमाचल: विधायक जासूसी मामले की जांच गृह विभाग ने पीएचक्यू को सौंपी, पूरा मामला जानें

विधानसभा सचिवालय को विशेषाधिकार हनन नोटिस का जवाब देने से पहले गृह विभाग ने डीजीपी से जांच रिपोर्ट मांगी है। दून से कांग्रेस विधायक राम कुमार ने एसपी बद्दी, इल्मा अफरोज पर उनकी जासूसी करने का आरोप लगाया है। इस पर गृह विभाग ने मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस मुख्यालय को जांच का आदेश दिया है।राम कुमार ने आरोप लगाया कि एसपी अफरोज ने उनके विशेषाधिकार का उल्लंघन किया है, जिससे उनकी स्वतंत्रता प्रभावित हुई है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से इस मामले में कार्रवाई की मांग की, जिस पर विधानसभा सचिवालय ने गृह विभाग से जवाब मांगा है। गृह विभाग ने इस मामले में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से रिपोर्ट भेजने को कहा है, ताकि विधानसभा सचिवालय को समय पर और सही जानकारी मिल सके।पुलिस मुख्यालय मामले की जांच कर रहा है और विधायक के आरोपों के आधार पर एसपी अफरोज से उनका पक्ष लिया जा रहा है।
डीजीपी की रिपोर्ट आने के बाद गृह विभाग को भेजी जाएगी, जिससे आगे की कार्रवाई तय की जा सके।अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह, ओंकार शर्मा ने बताया कि इस मामले में डीजीपी को जांच करने के लिए निर्देश दिए गए हैं, ताकि विधानसभा सचिवालय को उचित जवाब दिया जा सके।विधायक राम कुमार और एसपी इल्मा अफरोज के बीच कुछ महीनों से तनाव चल रहा है। इस तनाव के बीच एसपी अफरोज ने अपनी छुट्टी की अवधि तीन बार बढ़ाई है और अब वे अवकाश पर हैं। यह स्थिति इस मामले को और जटिल बना रही है, क्योंकि पुलिस अधिकारी और विधायक के बीच के रिश्तों पर सवाल उठ रहे हैं।यह घटना विधानसभा और प्रशासन के बीच समन्वय की अहमियत को दर्शाती है। ऐसे मामलों में निष्पक्ष और त्वरित जांच जरूरी है, ताकि न्याय सुनिश्चित किया जा सके और सभी पक्षों को अपनी बात रखने का मौका मिले। यह मामला एक चेतावनी है कि जब भी किसी के विशेषाधिकार का उल्लंघन हो, तो उसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए और उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।