राशन माफिया के खिलाफ डीएम ने किया रासुका का आदेश, एक नया केस दर्ज

आगरा में राशन माफिया सुमित अग्रवाल पर मुफ्त चावल की तस्करी के मामले में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं। बृहस्पतिवार को सुमित अग्रवाल पर पांचवां केस दर्ज किया गया, और गैंगस्टर और रासुका की कार्रवाई की संभावना भी जताई गई है। मामला रविवार का है, जब राजस्थान के रूपवास बॉर्डर पर भरतपुर पुलिस ने सुमित अग्रवाल सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया था। उनके पास 309 बोरी सरकारी चावल बरामद हुआ था, जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत मुफ्त में वितरित किया गया था। हालांकि, गिरफ्तारी के 24 घंटे के भीतर ही सभी आरोपियों को आगरा पुलिस और प्रशासन की लचर पैरवी के चलते जमानत मिल गई।
सोमवार को पुलिस और प्रशासन ने सक्रियता दिखाई और रूपवास से चावल सहित ट्रक को खेरागढ़ लाया गया। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कहा कि राशन माफिया के खिलाफ रासुका और अन्य गंभीर धाराओं में कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, पुलिस आयुक्त से बात करके माफिया के नेटवर्क को तोड़ने की योजना बनाई जा रही है।
माफिया के साथ मिलीभगत के कारण एडीएम वित्त एवं नागरिक आपूर्ति सुशीला अग्रवाल को हटाया गया है, और उनके अर्दली गौरव शर्मा को निलंबित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि राशन माफिया ने मुफ्त वितरित चावल को 2 रुपये प्रति किलो में कार्ड धारकों से खरीदकर उसे 10 रुपये प्रति किलो में गुजरात, हरियाणा और अन्य राज्यों में बेच दिया। इस गैंग में 100 से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं, जो बड़े पैमाने पर सरकारी चावल की तस्करी कर रहे थे।