सिंघार ने कैबिनेट बैठक में मंत्रियों की खींचतान पर ली चुटकी, कृषि मंत्री से इस्तीफा मांगा

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रियों के बीच की खींचतान पर चुटकी ली और कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना से इस्तीफा मांगा। उन्होंने बांग्लादेश मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार की कूटनीतिक विफलता पर भी सवाल उठाए और कहा कि मोदी जी इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं।
सिंघार ने सरकार पर आरोप लगाया कि एक साल में भाजपा ने अपने घोषणापत्र में किए गए वादों को पूरा नहीं किया, जैसे युवाओं को नौकरी देना, किसानों को MSP पर राहत देना और महिलाओं के लिए 3000 रुपये की योजना। उन्होंने कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री असंतुष्ट हैं और प्रदेश में निरंकुश शासन चल रहा है।
इंदौर के मास्टरप्लान के नहीं होने पर भी उन्होंने सरकार की आलोचना की और कहा कि यह इंदौर की जनता के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में भूमियों पर परमिशन देने का करोड़ों का खेल चल रहा है।
सिंघार ने कहा कि भाजपा अपनी ताकत का दुरुपयोग कर रही है और मुख्यमंत्री मोदी के प्रभाव में काम कर रहे हैं, जबकि प्रदेश के मुद्दों पर उनका ध्यान नहीं है। उन्होंने सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की, जिसमें यह बताया जाए कि सरकार ने एक साल में क्या वादे पूरे किए हैं।
आखिर में, सिंघार ने कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें किसानों की समस्याओं का कोई ज्ञान नहीं है और उन्हें इस्तीफा देकर अपनी विधायकी संभालनी चाहिए।