सीएम योगी का अयोध्या दौरा, रामायण मेला का उद्घाटन, आठ दिसंबर तक चलेंगे कार्यक्रम

अयोध्या में पांच से आठ दिसंबर तक आयोजित होने वाले चार दिवसीय रामायण मेला का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। सीएम योगी बुधवार को अयोध्या पहुंच चुके हैं और सुबह से ही उनकी कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है। वे हनुमानगढ़ी और रामलला के दरबार में पूजा-अर्चना करेंगे, इसके बाद राममंदिर निर्माण की प्रगति का जायजा लेंगे। इसके अलावा, सीएम के जानकी महल ट्रस्ट द्वारा आयोजित विवाहोत्सव में भी शामिल होने की संभावना है।
रामायण मेला का आयोजन रामकथा पार्क, सरयू तट पर होगा, जहां इस बार गीत, संगीत और अध्यात्म की त्रिवेणी प्रवाहमान होगी। रामायण मेला में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिसमें कथाएं, प्रवचन, नृत्य, संगीत, लोक गायन और रामलीला के विभिन्न मंचन होंगे। मेले के आयोजन में संस्कृति विभाग की भागीदारी भी है, और इस अवसर पर 20 से अधिक कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे।
1982 में डॉ. राम मनोहर लोहिया की परिकल्पना पर शुरू हुआ यह मेला आज अयोध्या का प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम बन चुका है। पहले चित्रकूट में आयोजित होने वाले इस मेले का विस्तार बाद में अयोध्या में हुआ। इस मेले में हर साल रामकथा के प्रवचन, रामलीला का मंचन, भजन और लोक गीत का गायन, तथा नृत्य नाटिका का आयोजन होता है, जो भारतीय संस्कृति और परंपराओं का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है।
रामायण मेला कार्यक्रम (2023)
पाँच दिसंबर:
रामलीला (हरे रामदास, अयोध्या)
पखावज वादन (विजय रामदास, अयोध्या)
राम लाल नेहछू गायन (शांभवी शुक्ला, प्रयागराज)
भजन गायन (विजय अग्निहोत्री, लखनऊ)
छह दिसंबर:
रामलीला (हरे रामदास, अयोध्या)
अवधी लोक गायन (संजोली पांडेय, अयोध्या)
अवधी लोक गायन और नृत्य नाटिका (क्षमा वर्मा, अयोध्या)
सात दिसंबर:
रामलीला (मनीष दास, अयोध्या)
पखावज वादन (राजीव रंजन पांडेय, अयोध्या)
भजन गायन (वीरेंद्र सिंघल, झांसी)
आठ दिसंबर:
रामलीला (मनीष दास, अयोध्या)
भजन और लोक गायन (कल्पना एस वर्मन, अयोध्या)
जादू (राजेश श्रीवास्तव, अमेठी)
नृत्य नाटिका (संगीता आहूजा, अयोध्या)
रामायण मेला न केवल धार्मिक कार्यक्रमों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपराओं को जीवंत रखने का एक अहम माध्यम भी है।