यूपी में गर्मी का सितम, पछुआ के कारण पारा होगा कम, तीन दिन बाद मौसम में आएगा बदलाव

उत्तर प्रदेश में बुधवार को तेज रफ्तार पछुआ हवाओं ने राज्य के अधिकांश इलाकों में मौसम को प्रभावी रूप से प्रभावित किया। मौसम विभाग के अनुसार, 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली पछुआ हवाओं के कारण प्रदेश के तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आने की संभावना है। इस हवाओं की वजह से दिन के समय तपिश कम महसूस हुई और मौसम में ठंडक का असर बढ़ा।पछुआ हवाओं के असर से न केवल तापमान में गिरावट होगी, बल्कि वायु गुणवत्ता में भी सुधार होगा। हवा की दिशा और रफ्तार के कारण कोहरे का प्रभाव कम होगा, जिससे प्रदूषण स्तर में कमी आएगी। इसके परिणामस्वरूप, प्रदेश के विभिन्न इलाकों में हवा की सेहत में सुधार हुआ। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, फेंगल चक्रवात के गुजरने के बाद पछुआ हवाओं की गति बढ़ी, और इसका असर प्रदेश के मौसम पर देखा जा रहा है।
बुधवार को वाराणसी में अधिकतम तापमान 31.1 डिग्री सेल्सियस, प्रयागराज में 30.4 डिग्री और फुरसतगंज में 30.2 डिग्री सेल्सियस रहा। अयोध्या में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो ठंडक में इजाफे का संकेत है।वायु गुणवत्ता के संदर्भ में, प्रदेश के छह प्रमुख क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ। गोमतीनगर और कुकरैल में हवा की गुणवत्ता ‘ग्रीन’ श्रेणी में दर्ज की गई, जो ‘अच्छी’ मानी जाती है। वहीं, अलीगंज, लालबाग, तालकटोरा और बीबीएयू में हवा की गुणवत्ता ‘पीली’ श्रेणी में रही, जो ‘मध्यम’ गुणवत्ता की ओर इशारा करती है। कुल मिलाकर, पछुआ हवाओं ने न सिर्फ तापमान में गिरावट लाई, बल्कि हवा की सेहत भी सुधार दी।