संभल में कांग्रेस नेताओं ने किया धरना, पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ उठाई आवाज

संभल हिंसा में मारे गए युवकों के परिजनों से मिलने के लिए बरेली के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता जब रवानगी के लिए अपने घरों से निकले, तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद सभी कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन पर लोकतंत्र कुचलने का आरोप लगाया। कांग्रेसियों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और कहा कि वे पीड़ित परिवारों से मिलने और घटना का मुआयना करने जा रहे थे।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता केबी त्रिपाठी ने कहा कि संभल में जो कुछ हुआ, उसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री हैं और उनकी नैतिक जिम्मेदारी है कि वह पांच युवकों की मौत पर इस्तीफा दें। त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि इस हिंसा के लिए उन्हें ही जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
महानगर अध्यक्ष अजय शुक्ला ने बताया कि उनका रवानगी का समय दोपहर 12 बजे था, लेकिन पुलिस सुबह साढ़े आठ बजे से ही उनके घर पर पहुंच गई और उन्हें बाहर जाने से रोकने लगी। उनका उद्देश्य सिर्फ यह था कि वे हिंसा के पीड़ित परिवारों से मिलें और वहां के हालात का जायजा लें।
इस दौरान महेश पंडित, राज शर्मा समेत कई कांग्रेसी नेता वहां मौजूद थे। हालांकि, पुलिस के साथ बातचीत के बाद अंततः कांग्रेसियों को अपना संभल जाने का कार्यक्रम निरस्त करना पड़ा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम आयोजित करने की उनकी कोशिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया।