साइबर सुरक्षा पर जोर: इंदौर में यूरेशियन ग्रुप की बैठक शुरू, मंत्री विजयवर्गीय का संबोधन

इंदौर में यूरेशियन ग्रुप की बैठक: आतंकवाद और मनी लॉन्ड्रिंग पर केंद्रित चर्चाएं
इंदौर में सोमवार से शुरू हुई यूरेशियन ग्रुप की पांच दिवसीय बैठक में 25 देशों के 200 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। यह बैठक ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हो रही है और सुबह 9 बजे शुरू हुई। उद्घाटन सत्र में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मेयर पुष्यमित्र भार्गव, और सांसद शंकर लालवानी ने प्रतिनिधियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अंतरराष्ट्रीय बैठक का उद्देश्य आतंकवाद के लिए होने वाली फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और साइबर अपराध जैसी गंभीर वैश्विक चुनौतियों पर ठोस रणनीतियां बनाना है।
उद्घाटन सत्र में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि साइबर अपराध वर्तमान समय की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। अपराधी अब किसी भी देश में बैठकर अपराधों को अंजाम दे सकते हैं, जिससे पुलिस के लिए इनसे निपटना कठिन हो जाता है। विजयवर्गीय ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे अपराधों से निपटने के लिए सशक्त और प्रभावी रणनीतियां तैयार करना अनिवार्य है। उन्होंने भारत की प्रगति और शांति के प्रति उसके प्रयासों पर भी प्रकाश डाला।
सांसद शंकर लालवानी ने अपने संबोधन में आतंकवाद की फंडिंग को उसकी रीढ़ बताया। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की फंडिंग पर अंकुश लगाना सभी देशों के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए। नकली करेंसी के माध्यम से आतंकवादी देशों की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश करते हैं। इस दिशा में भारत ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनसे अन्य देश भी प्रेरणा ले सकते हैं।
मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर को इस बैठक की मेजबानी का श्रेय देते हुए कहा कि इंदौर न केवल स्वच्छता में नंबर वन है, बल्कि यह देश की अग्रणी स्मार्ट सिटी भी है। उन्होंने यह भी बताया कि इंदौर ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के प्रयासों में सक्रिय है। यह बैठक इंदौर की वैश्विक पहचान को और सुदृढ़ करने का एक अवसर है।
स्वागत सत्र के बाद, विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने आतंकवाद, मनी लॉन्ड्रिंग और साइबर अपराधों पर अपने-अपने दृष्टिकोण और रणनीतियां साझा कीं। इस बैठक से उम्मीद है कि इन मुद्दों पर वैश्विक सहयोग को मजबूत किया जाएगा और एक प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
इंदौर की भूमिका इस बैठक में बेहद महत्वपूर्ण रही है। स्वच्छता और स्मार्ट सिटी के रूप में प्रसिद्ध इंदौर अब वैश्विक मंच पर चर्चा का केंद्र बन गया है। यह बैठक भारत और विशेष रूप से मध्य प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत और सक्रिय भागीदार के रूप में प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करती है।
यह पांच दिवसीय बैठक न केवल आतंकवाद और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी समस्याओं के समाधान में मददगार होगी, बल्कि वैश्विक स्तर पर सुरक्षा और विकास के प्रयासों को नई दिशा देने का भी कार्य करेगी।