इंदौर: कैलाश विजयवर्गीय का बयान- महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं जनता और कार्यकर्ता।

कैलाश विजयवर्गीय: महाराष्ट्र चुनाव पर भाजपा की सफलता और गठबंधन की चर्चा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन को बहुमत मिलने पर मंत्री और विदर्भ में चुनावी जिम्मेदारी संभालने वाले कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जनता के बीच मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस को देखने की चाह है। हालांकि, मुख्यमंत्री पद का अंतिम निर्णय गठबंधन और संगठन नेतृत्व के निर्णय पर निर्भर करेगा। विजयवर्गीय ने जोर देकर कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की भी यही इच्छा है।
विपक्षी दलों के नरेटिव और शिवसेना पर हमला
विजयवर्गीय ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के बनाए गए गलत नरेटिव को खारिज करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की जनता समझ चुकी है कि “खोटा सिक्का बार-बार नहीं चलता।” भाजपा की नीतियों, विचारधारा, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर जनता ने भरोसा जताया। शिवसेना नेता संजय राउत पर निशाना साधते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि राउत केवल अपनी कुंठा जाहिर कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि राउत को शरद पवार ने शिवसेना में “प्लांट” किया था और यह शिवसेना की हार का बड़ा कारण है। उद्धव ठाकरे को “बाला साहेब की बिगड़ैल औलाद” बताते हुए उन्होंने उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाया।
विदर्भ में भाजपा की बड़ी जीत
विजयवर्गीय ने विदर्भ क्षेत्र में भाजपा गठबंधन की बड़ी सफलता का उल्लेख किया, जहां 62 सीटों में से 55 पर भाजपा गठबंधन ने बढ़त हासिल की। उन्होंने कहा कि इस जीत में इंदौर के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की मेहनत सराहनीय रही।
झारखंड चुनाव और विश्लेषण की जरूरत
झारखंड चुनाव पर विजयवर्गीय ने कहा कि वहां सहानुभूति का नारा “जेल के बदले वोट” काम कर गया। उन्होंने माना कि झारखंड में भाजपा की सरकार न बनने की वजहों का विश्लेषण किया जाएगा। उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के साथ चर्चा का भी जिक्र किया।
चुनावी नारों और मुद्दों का जिक्र
“बंटोगे तो कटोगे” जैसे नारों पर प्रतिक्रिया देते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि कोई एक नारा काम नहीं करता। उन्होंने बताया कि विकास, मोदी का नेतृत्व, और “लाड़ली बहना” जैसी योजनाओं के मुद्दों का मिश्रण जनता को पसंद आया।
भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत का सम्मान
अंत में विजयवर्गीय ने कहा कि महाराष्ट्र के कार्यकर्ताओं ने पूरी जीवटता से काम किया। उन्होंने विपक्षी दलों की रणनीतियों को कमजोर कर, भाजपा की विचारधारा और नेतृत्व को जनता तक पहुंचाने में सफलता हासिल की।