तेजस्वी को लगा बड़ा झटका, रामगढ़ में भाजपा ने पकड़ी बढ़त, बसपा ने खेल पलटा

बिहार में 13 नवंबर 2024 को चार विधानसभा सीटों (तरारी, रामगढ़, बेलागंज, और इमामगंज) पर उपचुनाव हुए थे, जिनकी मतगणना 23 नवंबर को शुरू हो गई है। इन उपचुनावों को लेकर मतदाताओं और प्रत्याशियों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं, क्योंकि ये चुनाव राज्य की राजनीति में अहम बदलावों का संकेत दे सकते हैं। इस चुनाव में कुल 38 उम्मीदवार मैदान में हैं, और मतगणना के पहले रुझान आने शुरू हो चुके हैं।
तरारी विधानसभा (भोजपुर)
तरारी विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार विशाल प्रशांत शुरुआत से ही बढ़त बनाए हुए हैं। शुरुआती चरणों में भाजपा ने अन्य दलों, विशेषकर महागठबंधन के उम्मीदवार राजू यादव को पीछे छोड़ दिया है। आठ राउंड की गिनती के बाद भाजपा को लगभग 11,000 वोटों की बढ़त मिल चुकी है। महागठबंधन के उम्मीदवार राजू यादव शुरुआती दौर में भाजपा से पीछे चल रहे हैं, जबकि अन्य दलों के उम्मीदवार जैसे जन सुराज के किरण देवी और भाकपा माले के उम्मीदवार भी पीछे हैं।
रामगढ़ विधानसभा (कैमूर)
रामगढ़ सीट पर एक दिलचस्प मुकाबला देखा जा रहा है, जहां भाजपा के अशोक कुमार सिंह ने बढ़त बनाते हुए बसपा के सतीश कुमार यादव को चुनौती दी है। पहले राउंड के परिणामों में बसपा के सतीश यादव ने भाजपा के अशोक कुमार सिंह को कुछ वोटों से पीछे छोड़ा, लेकिन जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ी, भाजपा ने बढ़त बना ली है। रामगढ़ में यहां बसपा को अच्छी स्थिति में देखा जा रहा है, लेकिन भाजपा और महागठबंधन के बीच यह मुकाबला कड़ा है।
बेलागंज विधानसभा (गया)
बेलागंज सीट पर जदयू की उम्मीदवार मनोरमा देवी ने शुरुआती राउंड में राजद के उम्मीदवार विश्वनाथ कुमार सिंह को पीछे छोड़ दिया है। पहले राउंड में मनोरमा देवी को 7,124 वोट मिले, जबकि राजद के उम्मीदवार को 4,721 वोट मिले। जन सुराज के उम्मीदवार मो. अमजद तीसरे स्थान पर हैं। मनोरमा देवी को इस सीट पर मजबूत स्थिति में माना जा रहा है, हालांकि राजद और जन सुराज के उम्मीदवार भी कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
इमामगंज विधानसभा (गया)
इमामगंज में महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही है। शुरुआती रुझानों के अनुसार, राजद के उम्मीदवार रौशन मांझी ने कुछ समय तक बढ़त बनाए रखी, लेकिन बाद में एनडीए समर्थित उम्मीदवार दीपा मांझी ने उन्हें पछाड़ते हुए बढ़त ली। इमामगंज सीट पर 9 उम्मीदवार मैदान में हैं, और यहां की गिनती में दिलचस्प मोड़ आ रहे हैं। दीपा मांझी को एनडीए के समर्थन से एक नई उम्मीद मिली है, हालांकि राजद के रौशन मांझी अभी भी मुकाबले में बने हुए हैं।
सुरक्षा और प्रशासनिक इंतजाम
मतगणना की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पूरे मतदान क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, और मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा को मजबूत किया गया है। जिलों में विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों ने विशेष ध्यान रखा है और अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है।
पहले रुझानों में एनडीए को अधिक सीटों पर बढ़त मिलती हुई दिख रही है, जबकि महागठबंधन के उम्मीदवार कुछ सीटों पर मुकाबला कर रहे हैं। इनमें से कुछ सीटों पर महागठबंधन को पीछे भी देखा जा रहा है, खासकर रामगढ़ में जहां बसपा ने खेल बदल दिया है। मतगणना जारी रहने के साथ ही यह स्थिति स्पष्ट होगी कि बिहार की इन चार सीटों पर किस पार्टी की जीत होती है।
इस उपचुनाव के परिणाम राज्य की राजनीतिक दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं, क्योंकि इन सीटों पर हुए चुनाव को लेकर भाजपा, महागठबंधन, और अन्य पार्टियों के लिए यह एक प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है।