Dewas News: बिना नंबर की एंबुलेंस देखकर मंत्री शिवाजी पटेल ने रुकवाया काफिला, जांच के निर्देश दिए

स्वास्थ्य राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने उज्जैन भ्रमण के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही का एक गंभीर मामला पकड़ा। भोपाल रोड स्थित जेतपुरा के पास से गुजरते समय उन्होंने बिना नंबर प्लेट की एक एंबुलेंस देखी और तुरंत काफिला रुकवाकर गाड़ी की जांच करवाई। यह घटना गुरुवार को हुई, जब मंत्री जी ने गाड़ी के चालक से बातचीत कर स्थिति स्पष्ट की और इस लापरवाही की जानकारी पुलिस को दी।
थाने में जांच के दौरान यह पाया गया कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर खाली था, जो किसी भी इमरजेंसी सेवा के लिए बेहद गंभीर चूक मानी जाती है। इसके अलावा, गाड़ी में मौजूद अग्निशमन यंत्र एक्सपायरी डेट का था, जो सुरक्षा मानकों का खुला उल्लंघन है। चालक ने बताया कि कुछ दिनों पहले हुए एक्सीडेंट के कारण गाड़ी की नंबर प्लेट टूट गई थी, जिसे गाड़ी में रख लिया गया लेकिन दोबारा लगवाया नहीं गया।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस गंभीर चूक पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने यातायात विभाग और कंट्रोल रूम को तुरंत एंबुलेंस की जांच करने को कहा। जिला मैनेजर को बुलाकर गाड़ी की सभी खामियां दूर करने और नियमानुसार चालानी कार्रवाई करने के बाद एंबुलेंस को छोड़ा गया। इस कदम से न केवल गड़बड़ी पकड़ी गई, बल्कि भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए एक सख्त संदेश भी दिया गया।
राज्य सरकार ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए करोड़ों रुपये का निवेश किया है। जननी एक्सप्रेस जैसी सेवाएं ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों तक समय पर मदद पहुंचाने के लिए शुरू की गई हैं। हालांकि, इस घटना ने इन सेवाओं में प्रबंधन की खामियां उजागर कर दीं।
मंत्री जी की यह सतर्कता सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं की जवाबदेही तय करने और नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं सुनिश्चित करने का एक प्रेरणादायक उदाहरण है। इस घटना ने न केवल लापरवाही को उजागर किया बल्कि जिम्मेदार अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने के लिए चेतावनी भी दी।