मुजफ्फरपुर समेत बिहार के तीन जिले AQI के रेड जोन में, प्रदूषण से बिगड़ी हालत

बिहार में इस समय प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर हो चुकी है, जहां कई जिलों में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीर एप के अनुसार, शुक्रवार को राज्य के 22 जिलों में वायु प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है। हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और बेतिया जैसे जिले रेड जोन में शामिल हैं, जहां की हवा बहुत ही जहरीली और खतरनाक हो गई है। इन जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार उच्च स्तर पर बना हुआ है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक है।
हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और बेतिया में बुरी हवा की स्थिति
हाजीपुर, जो पिछले दो हफ्तों से लगातार रेड जोन में है, शुक्रवार को भी बेहद खराब हवा का सामना कर रहा है। इस जिले का AQI 382 दर्ज किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक खतरनाक है। मुजफ्फरपुर, जो पिछले तीन दिनों से रेड जोन में था, आज भी 307 के AQI के साथ गंभीर स्थिति में है। वहीं, बेतिया में पहली बार रेड अलर्ट जारी किया गया है, यहां AQI 322 तक पहुंच चुका है। इन तीन जिलों में प्रदूषण का स्तर इतना अधिक है कि यहां के निवासियों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है।
ऑरेंज जोन की स्थिति
इसके अलावा, पटना सहित बिहार के 14 जिले ऑरेंज जोन में हैं। इन जिलों में हवा की गुणवत्ता खराब है, लेकिन रेड जोन के मुकाबले थोड़ा बेहतर है। इनमें बक्सर, भागलपुर, बेगूसराय, राजगीर, कटिहार, मुंगेर, पटना, समस्तीपुर, मोतिहारी, बिहार शरीफ, सहरसा, गया, सासाराम और पूर्णिया शामिल हैं। बक्सर में 298, भागलपुर में 296 और बेगूसराय में 261 AQI दर्ज किया गया है। पटना का AQI 236 है, जो स्थिति को चिंताजनक बनाता है, हालांकि यह रेड जोन से बेहतर है।
येलो जोन की स्थिति
बिहार के पांच जिले येलो जोन में हैं, जो फिलहाल अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में हैं, लेकिन फिर भी हवा की गुणवत्ता ठीक नहीं है। इनमें छपरा, अररिया, किशनगंज, अरेराज और सीवान शामिल हैं। छपरा का AQI 194, अररिया का 193, किशनगंज का 176 और सीवान का 115 रहा है। हालांकि, आरा की स्थिति में सुधार देखा गया है, जहां पहले हवा की गुणवत्ता खराब थी, अब इसे ग्रीन जोन में रखा गया है, क्योंकि यहां का AQI 100 है, जो साफ हवा को दर्शाता है।
पूर्णिया का AQI खराब हुआ
पूर्णिया, जो अब तक अच्छा प्रदर्शन कर रहा था, अब येलो जोन में शामिल हो गया है। यहां का AQI 200 के पार पहुंच गया है, जो कि एक खराब हवा का संकेत है। इससे साफ है कि वायु प्रदूषण पूरे राज्य में बढ़ता जा रहा है और यह अन्य जिलों में भी तेजी से फैल सकता है।बिहार में इस समय प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर हो चुकी है, जहां कई जिलों में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीर एप के अनुसार, शुक्रवार को राज्य के 22 जिलों में वायु प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है। हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और बेतिया जैसे जिले रेड जोन में शामिल हैं, जहां की हवा बहुत ही जहरीली और खतरनाक हो गई है। इन जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार उच्च स्तर पर बना हुआ है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक है।
हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और बेतिया में बुरी हवा की स्थिति
हाजीपुर, जो पिछले दो हफ्तों से लगातार रेड जोन में है, शुक्रवार को भी बेहद खराब हवा का सामना कर रहा है। इस जिले का AQI 382 दर्ज किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक खतरनाक है। मुजफ्फरपुर, जो पिछले तीन दिनों से रेड जोन में था, आज भी 307 के AQI के साथ गंभीर स्थिति में है। वहीं, बेतिया में पहली बार रेड अलर्ट जारी किया गया है, यहां AQI 322 तक पहुंच चुका है। इन तीन जिलों में प्रदूषण का स्तर इतना अधिक है कि यहां के निवासियों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है।
ऑरेंज जोन की स्थिति
इसके अलावा, पटना सहित बिहार के 14 जिले ऑरेंज जोन में हैं। इन जिलों में हवा की गुणवत्ता खराब है, लेकिन रेड जोन के मुकाबले थोड़ा बेहतर है। इनमें बक्सर, भागलपुर, बेगूसराय, राजगीर, कटिहार, मुंगेर, पटना, समस्तीपुर, मोतिहारी, बिहार शरीफ, सहरसा, गया, सासाराम और पूर्णिया शामिल हैं। बक्सर में 298, भागलपुर में 296 और बेगूसराय में 261 AQI दर्ज किया गया है। पटना का AQI 236 है, जो स्थिति को चिंताजनक बनाता है, हालांकि यह रेड जोन से बेहतर है।
येलो जोन की स्थिति
बिहार के पांच जिले येलो जोन में हैं, जो फिलहाल अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में हैं, लेकिन फिर भी हवा की गुणवत्ता ठीक नहीं है। इनमें छपरा, अररिया, किशनगंज, अरेराज और सीवान शामिल हैं। छपरा का AQI 194, अररिया का 193, किशनगंज का 176 और सीवान का 115 रहा है। हालांकि, आरा की स्थिति में सुधार देखा गया है, जहां पहले हवा की गुणवत्ता खराब थी, अब इसे ग्रीन जोन में रखा गया है, क्योंकि यहां का AQI 100 है, जो साफ हवा को दर्शाता है।
पूर्णिया का AQI खराब हुआ
पूर्णिया, जो अब तक अच्छा प्रदर्शन कर रहा था, अब येलो जोन में शामिल हो गया है। यहां का AQI 200 के पार पहुंच गया है, जो कि एक खराब हवा का संकेत है। इससे साफ है कि वायु प्रदूषण पूरे राज्य में बढ़ता जा रहा है और यह अन्य जिलों में भी तेजी से फैल सकता है।