रेहाना सुलतान: रातोंरात पहचान मिली, फिर क्यों गायब हो गईं बॉलीवुड से? जानिए उनकी कहानी

रेहाना सुल्तान, जो सत्तर के दशक की एक प्रमुख अभिनेत्री थीं, आज अपने जन्मदिन पर चर्चा में हैं। उनका जन्म 19 नवंबर 1950 को इलाहाबाद में हुआ था। उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1967 में एफटीआईआई से अभिनय की पढ़ाई पूरी करने के बाद की थी, और 1970 में फिल्म “चेतना” से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। इस फिल्म में उन्होंने एक यौनकर्मी का किरदार निभाया था, जो तत्कालीन दर्शकों के लिए बहुत चौंकाने वाला था और इस भूमिका के बाद वह रातोंरात मशहूर हो गईं। इस फिल्म का निर्देशन बाबू राम इशारा ने किया था, और बाद में रेहाना ने उनसे शादी भी कर ली।
रेहाना का करियर काफी रोचक रहा। उन्हें अपनी पहली फिल्म “चेतना” और उसी साल की फिल्म “दस्तक” में उनके बोल्ड किरदारों के लिए काफी सराहा गया। “दस्तक” के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था। हालांकि, इन बोल्ड किरदारों के कारण उनकी छवि एक टाइप्ड एक्ट्रेस के रूप में बन गई, जिससे उन्हें कई बार एक ही तरह के रोल ऑफर होने लगे, जैसे कि बाथटब में भीगने वाले या सेक्शुअल भूमिकाएं। इस प्रकार की भूमिकाओं ने उनकी पेशेवर जिंदगी को प्रभावित किया, और उन्होंने इस पर कहा था कि वह इस स्थिति से उबरने के लिए संघर्ष कर रही थीं।
अफसोस की बात यह है कि बाद के वर्षों में रेहाना को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। उनके पति बीआर इशारा का 2012 में निधन हो गया और उसके बाद फिल्म उद्योग में उनकी स्थिति भी कमजोर हो गई। रेहाना सुल्तान को सिने एंड टेलीविजन आर्टिस्ट एसोसिएशन ने आर्थिक मदद दी थी और कई फिल्म और टीवी हस्तियों ने भी उनकी सहायता की।
रेहाना सुल्तान का जीवन एक फिल्मी कहानी जैसा ही था, जिसमें शिखर पर पहुंचने के बाद गिरावट भी आई। आज वह फिल्मी दुनिया से दूर गुमनामी की जिंदगी जी रही हैं, हालांकि उनके योगदान को याद किया जाता है।