मध्यप्रदेश: मेडिकल विश्वविद्यालय में नर्सिंग परिणामों में देरी, चार साल की डिग्री सात साल में भी अधूरी

मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (MPMSU) में नर्सिंग पाठ्यक्रमों के परिणामों में अत्यधिक देरी के कारण छात्रों में असंतोष और निराशा बढ़ती जा रही है। 4 साल के नर्सिंग कोर्स को 7 साल में भी पूरा न कर पाने की स्थिति पर NSUI ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और विश्वविद्यालय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। NSUI के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने इस देरी पर विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखते हुए जल्द से जल्द नर्सिंग के प्रथम और तृतीय वर्ष के परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग की है।
परीक्षा और परिणामों में देरी का प्रभाव
नर्सिंग पाठ्यक्रमों के परिणामों में देरी छात्रों के मानसिक और शैक्षणिक जीवन पर गंभीर असर डाल रही है। उदाहरण के लिए, 2020-21 सत्र की बीएससी नर्सिंग, एमएससी नर्सिंग, और पोस्ट बीएससी नर्सिंग के प्रथम वर्ष की परीक्षाएं चार साल बाद मई 2024 में आयोजित की गई थीं, और 2019-20 सत्र की बीएससी नर्सिंग तृतीय वर्ष की परीक्षा भी मई 2024 में संपन्न हुई। छह महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद इन परीक्षाओं के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किए गए हैं। इस कारण, छात्रों की आगामी कक्षाएं और परीक्षाएं भी प्रभावित हो रही हैं, जिससे उनकी शैक्षणिक यात्रा बाधित हो रही है।
NSUI का विरोध और विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप
NSUI ने न केवल परीक्षा परिणामों में देरी पर सवाल उठाए हैं, बल्कि छात्रों से समय पर फीस लेने और फिर परीक्षा परिणामों में अत्यधिक विलंब करने पर भी प्रशासन की आलोचना की है। रवि परमार ने कहा है कि विश्वविद्यालय का यह रवैया छात्रों के लिए गंभीर मानसिक तनाव और असुविधा उत्पन्न कर रहा है। उच्च न्यायालय ने भी विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ टिप्पणी की थी, जो छात्रों के भविष्य के प्रति प्रशासन की उदासीनता को उजागर करता है।
उग्र प्रदर्शन की चेतावनी
NSUI ने चेतावनी दी है कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द परिणाम घोषित नहीं करता है, तो नर्सिंग छात्रों के साथ मिलकर NSUI उग्र प्रदर्शन करेगी। उनका कहना है कि देरी न केवल छात्रों के शैक्षिक करियर में बाधा डाल रही है बल्कि उनके भविष्य पर भी बुरा असर डाल रही है। NSUI ने विश्वविद्यालय से अपील की है कि वे परीक्षा परिणाम शीघ्र जारी करें ताकि छात्र अपनी पढ़ाई सुचारू रूप से आगे बढ़ा सकें और किसी अन्य अवरोध का सामना न करें।
MPMSU के नर्सिंग पाठ्यक्रम में लगातार देरी छात्रों के लिए गंभीर मुद्दा बन गया है, और इसका त्वरित समाधान अत्यंत आवश्यक है। प्रशासन को छात्रों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए परीक्षा और परिणाम प्रणाली को बेहतर बनाना चाहिए ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके।