हल्द्वानी के बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत: 20 करोड़ की लागत से नया बिजलीघर बनेगा, लो-वोल्टेज की समस्या होगी सुलझी

हल्द्वानी में ऊर्जा निगम 20 करोड़ रुपये की लागत से डहरिया स्थित आईटीआई परिसर में एक नया बिजलीघर बनाने जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य गर्मी के मौसम में बिजली की समस्याओं को हल करना है। इस बिजलीघर के बन जाने से उन क्षेत्रों को लाभ मिलेगा, जहां पहले लो-वोल्टेज और बिजली के फॉल्ट की समस्याएं अधिक होती हैं। इससे शहर के उन उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी जो अक्सर बिजली संकट का सामना करते हैं।वर्तमान में, हल्द्वानी के कमलुवागांजा और टीपीनगर बिजलीघरों से क्रमशः 46,000 और 13,000 उपभोक्ताओं को बिजली मिल रही है। इन दोनों बिजलीघरों पर लोड बहुत ज्यादा है, जिससे उपभोक्ताओं को नियमित रूप से बिजली की समस्या आती है। इसके अलावा, इन क्षेत्रों में बिजलीघर की दूरी और लो-वोल्टेज की वजह से सप्लाई में खलल पड़ता है, और लाइन लॉस भी ज्यादा होता है। फॉल्ट आने पर तो और भी मुश्किल हो जाती है, क्योंकि ज्यादा क्षेत्र होने की वजह से बिजली की आपूर्ति रोकनी पड़ती है।
इन समस्याओं को सुलझाने के लिए, अब डहरिया स्थित आईटीआई परिसर में नया 33 केवी/11 केवी का बिजलीघर बनाए जाने की योजना है। इस बिजलीघर में दो 12.5 एमवीए के ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे, जो 10,000 से ज्यादा उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत सप्लाई देंगे। इसका निर्माण गर्मी के मौसम से पहले पूरा करने का लक्ष्य है।निगम के अधिकारियों के मुताबिक, टेंडर प्रक्रिया जल्द पूरी कर दी जाएगी और काम जल्द शुरू हो जाएगा। इस बिजलीघर से कमलुवागांजा के कुसुमखेड़ा, ऊंचापुल, खड़िया फैक्ट्री, मुखानी, पीलीकोठी, और टीपीनगर बिजलीघर से जुड़े क्षेत्रों को जोड़ा जाएगा। इससे इन क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति में सुधार होगा, और तीन पुराने बिजलीघरों पर लोड कम होगा।इसके साथ ही, कालाढूंगी रोड चौराहा स्थित बिजलीघर के हीरानगर क्षेत्र को भी इस नए बिजलीघर से जोड़ने की योजना है। कुल मिलाकर, यह परियोजना उन क्षेत्रों को प्राथमिकता देगी, जहां लो-वोल्टेज की समस्या ज्यादा है, और नए फीडरों के जरिए बिजली की आपूर्ति बेहतर बनाई जाएगी।