राजद प्रत्याशी दीपा मांझी का बयान: वंशवाद से कोई दल नहीं अछूता”

बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से राजद प्रत्याशी विश्वनाथ यादव ने गुरुवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन के बाद, उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजद के शीर्ष नेताओं ने इस बार युवाओं पर भरोसा कर उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है। विश्वनाथ यादव ने पार्टी में अपने 14 साल के सेवा कार्य का उल्लेख करते हुए कहा कि वे अपनी मेहनत और लगन के बल पर चुनाव में जीत हासिल करेंगे। वंशवाद के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि यह आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं, क्योंकि सभी राजनीतिक दलों में वंशवाद की प्रवृत्ति है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि सभी पार्टियाँ अपने परिवार के सदस्यों को टिकट देती हैं।
इसी दौरान, इमामगंज विधानसभा से एनडीए की प्रत्याशी दीपा मांझी ने भी नामांकन पत्र भरा। दीपा मांझी, जो केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और आपदा मंत्री संतोष कुमार सुमन की पत्नी हैं, ने अपनी राजनीतिक पहचान को लेकर बात की। जीतन राम मांझी ने दीपा मांझी के नामांकन में स्वयं शामिल होकर उनके राजनीतिक अनुभव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि दीपा की पहचान केवल उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि से नहीं है, बल्कि वह पूर्व में जिला परिषद सदस्य रह चुकी हैं और राजनीति में उनके योगदान को सराहा जाता है।
दोनों प्रत्याशियों के नामांकन से यह स्पष्ट होता है कि चुनावी मैदान में युवा और महिलाएं दोनों सक्रिय रूप से हिस्सा ले रही हैं, जो कि स्थानीय राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है। विश्वनाथ और दीपा दोनों ने अपने-अपने क्षेत्रों में विकास और सेवा का वादा किया है।