दिल्ली एम्स में हड़ताल के बाद आपात योजना लागू, अब इन गाइडलाइंस का सभी को करना होगा पालन

दिल्ली एम्स में हड़ताल के बाद आपात योजना लागू, अब इन गाइडलाइंस का सभी को करना होगा पालन

Delhi Doctors Protest News:  कोलकाता में महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन से जुड़े चिकित्सक सोमवार सुबह से हड़ताल पर हैं. डॉक्टर क हड़ताल पर जाने से एम्स में ओपीडी सहित कई चिकित्सीय सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए आरडीए और एम्स प्रशासन ने आपात योजना लागू करने की घोषणा की है.

दिल्ली एम्स के निदेशक की सहमति से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि आरडीए द्वारा प्रस्तावित अनिश्चितकालीन हड़ताल के मद्देनजर अस्पताल में मरीजों की देखभाल के लिए प्राशासन ने इन योजनाओं पर अमल करने का फैसला लिया है.

आपातकालीन सेवाएं

आपातकालीन सेवाएं सामान्य रूप से कार्य करेंगी. रेजिडेंट डॉक्टर्स अपने निर्धारित कार्यों में जुटे रहेंगे. आपातकालीन मरीजों को संबंधित विभागों के फैकल्टी द्वारा देखभाल प्रदान की जाएगी.

ओपीडी सेवाएं

ओपीडी सेवाएं 12 अगस्त से सीमित रूप से कार्य करेंगी. केवल उन मरीजों को पंजीकृत किया जाएगा, जिनके पास पहले से अप्वाइंटमेंट हैं. नए मरीजों के लिए पंजीकरण सीमित होगा और संबंधित विभाग के फैकल्टी की उपलब्धता के आधार पर किया जाएगा.

वार्ड सेवाएं

वार्ड सेवाएं सामान्य रूप से कार्य करेंगी. संबंधित विभागों के हेड अपने विभागों में 24 घंटे डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे. किसी भी परिस्थिति में कोई वार्ड डॉक्टरों की अनुपस्थिति में कार्य नहीं करेगा. इन व्यवस्थाओं का पालन तब तक किया जाएगा जब तक रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल वापस नहीं ले लेते.

आईसीयू सेवाएं

सभी आईसीयू में इनपेशेंट देखभाल सेवाएं सामान्य रूप से कार्य करेंगी. रेजिडेंट डॉक्टर्स अपने निर्धारित कार्यों में जुटे रहेंगे. आईसीयू मरीजों के लिए संबंधित विभागों के फैकल्टी द्वारा आवश्यक देखभाल और परामर्श प्रदान किया जाएगा. डायलिसिस सेवाएं, प्रसूति कक्ष और मैटरनिटी ओटी सेवाएं कार्य करेंगी और संबंधित विभागों के फैकल्टी द्वारा सभी कार्यों को अंजाम दिया जाएगा.

ऑपरेशन थिएटर सेवाएं 

नियमित ऑपरेशन सेवाएं मरीजों की सुविधा और सर्जरी और एनेस्थिसियोलॉजी के फैकल्टी के बीच सहमति से की जाएंगी. आपातकालीन मामलों में सर्जिकल ऑपरेशन किए जाएंगे. रेडियो-निदान और लैब निदान सेवाएं सीमित रूप से कार्य करेंगी.

सुरक्षा सेवाएं

मरीजों की देखभाल और अन्य अप्रत्याशित घटनाओं को को रोकने के लिए ये सेवाएं 24 घंटे कार्य करेंगी.

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