बिहार में दीपावली की खुशियाँ, सीएम नीतीश ने सरकारी कर्मचारियों के लिए की वेतन घोषणा”

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दीपावली से पहले राज्य के सरकारी कर्मचारियों को एक बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। सभी सरकारी कर्मचारियों को अक्टूबर माह का वेतन दीपावली से पहले मिलने की संभावना है, जिससे उन्हें त्योहार का आनंद उठाने में मदद मिलेगी। हालांकि, इस घोषणा के बावजूद कुछ बोर्ड, निगम और अकादमियों के कर्मचारियों के लिए संशय बना हुआ है।
वित्त विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बिहार सरकार हर वर्ष होली और दीपावली के पहले वेतन मद की राशि जारी करती है। खासकर दीपावली और छठ पर्व के अवसर पर सरकारी कर्मचारियों को विशेष आदेश के तहत समय पर वेतन दिया जाता है। राज्य में लगभग आठ लाख कर्मचारी विभिन्न विभागों, बोर्ड, निगम और क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यरत हैं। इनमें से 6 लाख स्थायी कर्मचारी हैं, जबकि शेष संविदा या नियोजित हैं। समय पर वेतन मिलने से कर्मचारियों में उत्साह और त्योहार की रौनक बढ़ जाती है।
हालांकि, बोर्ड, निगम और अकादमियों के कर्मचारियों को लेकर संशय बना हुआ है। इनमें से अधिकांश कर्मचारियों को वेतन आयोग का लाभ नहीं मिलता, जिसके कारण उन्हें अपेक्षाकृत कम वेतन मिलता है। ऐसे में, उन्हें यह चिंता है कि दीपावली से पहले उन्हें वेतन मिलेगा या नहीं। इसी प्रकार, एनएचएम कर्मचारियों ने हाल ही में अपनी मांगों को लेकर 77 दिनों तक कार्य बहिष्कार किया था। इस दौरान उन्हें न तो काम मिला और न ही वेतन। यदि राज्य सरकार इस अवधि का बकाया भुगतान कर देती है, तो यह उनके लिए दीपावली का एक बड़ा तोहफा होगा।
इस बीच, कर्मचारी संगठनों ने महंगाई भत्ते के एरियर की भी मांग की है। उनका कहना है कि सरकार को एक जुलाई से लागू होने वाले महंगाई भत्ते को दीपावली से पहले लागू करना चाहिए। इसके साथ ही, बिहार सचिवालय सेवा संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार ने भी मांग की है कि दीपावली से पहले सचिवालय कर्मचारियों की प्रोन्नति पर लगी रोक को हटा लिया जाए।
इस प्रकार, जबकि सरकार द्वारा समय पर वेतन देने की उम्मीद है, विभिन्न कर्मचारियों के लिए अलग-अलग चुनौतियाँ और मांगें बनी हुई हैं। इस स्थिति में, सरकार का निर्णय कर्मचारियों के मनोबल और त्योहार के माहौल को प्रभावित करेगा।