रंगदारी और रिश्वतखोरी के आरोप में 17 पुलिसकर्मी निलंबित, कई पर जांच शुरू

कानपुर में हुई बड़ी कार्यवाही के बाद पुलिस महकमे मचा हडकंप
आनंद पब्लिक समाचार पत्र, कानपुर/उत्तर प्रदेश (उप संपादक अरुण वर्मा)
तीन दिन में 17 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई: उत्तर प्रदेश के कानपुर में रंगदारी, रिश्वतखोरी, और भ्रष्टाचार की शिकायतों के चलते पिछले तीन दिनों में 17 पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की गई है। इनमें 7 सब इंस्पेक्टर और अन्य हेड कांस्टेबल शामिल हैं। साथ ही, कई इंस्पेक्टरों के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी गई है।
बिल्हौर थाने का मामला: कानपुर के पश्चिमी सर्किल के बिल्हौर थाने में तैनात 2 सब इंस्पेक्टर ने 5 क्विंटल दाल चोरी के मामले में आरोपी के बेटे को छोड़ने के बदले 38 हजार रुपये की रिश्वत ली थी। इस मामले में दोनों सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।
घाटमपुर थाने का मामला: कानपुर के दक्षिणी सर्किल के घाटमपुर थाने के पतारा कस्बे में जमीन विवाद के मामले में 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने एक पक्ष से 10 हजार और दूसरे पक्ष से 40 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर वसूले और बिना जांच के 8 लोगों को जेल भेज दिया।
अन्य मामलों में भी कार्रवाई:
- पीआरवी में तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने एक शख्स से अवैध वसूली करने की कोशिश की और ड्यूटी खत्म होने से पहले सो गए। जांच में मामला सही पाए जाने पर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
- बिल्हौर थाने के एक इंस्पेक्टर ने एक मामले की जांच में फाइनल रिपोर्ट लगाई, लेकिन 6 आरोपियों में से कोई भी गिरफ्तार नहीं हुआ। जांच के बाद इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया।
- अन्य मामलों में, गलत तरीके से एफआईआर लिखने, लोगों को ब्लैकमेल करने और निर्दोष लोगों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करने के आरोपों में सब इंस्पेक्टर और राजपाल को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
एडिशनल कमिश्नर का बयान: एडिशनल कमिश्नर हरिश्चंद्र ने बताया कि गुरुवार को अलग-अलग मामलों में 17 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। अगर भविष्य में ऐसी शिकायतें आती हैं और जांच में आरोप साबित होते हैं, तो यह कार्रवाई जारी रहेगी।