झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा कभी भी, लागू होगी आदर्श आचार संहिता

महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ जोर-शोर से चल रही हैं, और किसी भी समय चुनाव की घोषणा हो सकती है। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है, जबकि झारखंड की पंचम विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को पूरा होगा। हालांकि, मुख्य चुनाव आयुक्त के नेतृत्व में आई टीम की हालिया टिप्पणियों से ऐसा प्रतीत होता है कि झारखंड का चुनाव महाराष्ट्र के साथ हो सकता है।
झारखंड के नेताओं ने दीपावली, छठ और राज्य गठन के संदर्भ में चुनाव 15 नवंबर के बाद कराने की मांग की है। यह संभावना जताई जा रही है कि झारखंड में चुनाव तीन चरणों में संपन्न कराए जा सकते हैं, जबकि 2019 में यह प्रक्रिया पांच चरणों में हुई थी।
इस बीच, एनडीए और इंडिया गठबंधन के नेताओं ने सीट शेयरिंग की चर्चा शुरू कर दी है। भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट तैयार कर ली है और चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद इसे जारी करने की तैयारी कर रही है।
इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल की बातचीत हुई है। पिछली बार महागठबंधन में झामुमो को 43, कांग्रेस को 31 और राजद को 7 सीटें मिली थीं। इस बार भाकपा (माले) के शामिल होने के कारण सीटों के वितरण में बदलाव हो सकता है। अनुमान है कि कुछ सीटें लेफ्ट को दी जा सकती हैं, जिससे कांग्रेस, झामुमो और राजद को अपने कोटे में कमी करनी पड़ सकती है। यह चुनाव झारखंड की राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।