बालू तस्करों की शामत, सरकार ने तैयार की मजबूत रणनीति

बालू के अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए सरकार ने हर जिले में कंट्रोल एंड कमांड सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस कदम का उद्देश्य अवैध खनन, ढुलाई और बिक्री के खिलाफ छापेमारी को बढ़ावा देना है। खान एवं भूतत्व विभाग ने सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने जिलों में जिलाधिकारी (डीएम) के साथ समन्वय करके कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की स्थापना करें।
इन सेंटरों में लगे निगरानी उपकरणों को सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों के साथ जोड़ा जाएगा। इस तकनीकी व्यवस्था के माध्यम से बालू घाटों पर खनन, ढुलाई और चालान निकासी जैसी गतिविधियों की 24 घंटे मॉनिटरिंग की जाएगी। योजना के अनुसार, 15 अक्टूबर से ड्रोन के जरिए बालू घाटों की चौहद्दी की निगरानी शुरू की जाएगी, जिससे अवैध खनन की वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सकेगा।
यदि अवैध गतिविधियाँ पाई जाती हैं, तो स्थानीय प्रशासन के सहयोग से त्वरित कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, किसी विशेष स्थल पर खान एवं भूतत्व विभाग के अधिकारियों की आवश्यकता होने पर उन्हें तुरंत भेजा जा सकेगा।
इसी बीच, स्थानीय पुलिस ने सकरी गांव से अवैध बालू लदे दो ट्रैक्टरों को जब्त किया है और दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्तियों में सकरी गांव के स्वर्गीय राधा यादव के पुत्र रंजन यादव और लोहरा थाना के पचमाऊ गांव के राम लायक उरांव के पुत्र योगेंद्र कुमार शामिल हैं।
इस तरह, सरकार का यह कदम अवैध बालू खनन पर नकेल कसने और क्षेत्र में कानूनी खनन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण साबित होगा।