साहिबगंजवासियों का सपना हुआ पूरा, सुपरफास्ट ट्रेनों का आगमन

साहिबगंज को रेलवे की ओर से हाल ही में दो महत्वपूर्ण ट्रेनों साहिबगंज-हावड़ा इंटरसिटी और अगरतला-आनंदविहार राजधानी का तोहफा मिला है। यह कदम साहिबगंज के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, खासकर तब जब कोरोना काल के दौरान अपर इंडिया एक्सप्रेस और हावड़ा-दानापुर फास्ट पैसेंजर ट्रेन को बंद कर दिया गया था। इस दौरान, कई पैसेंजर ट्रेनों का भाड़ा बढ़ाकर एक्सप्रेस ट्रेनों के बराबर कर दिया गया था, जिससे यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
अब तक, रांची जाने के लिए केवल एक ट्रेन उपलब्ध थी, लेकिन साहिबगंज-हावड़ा इंटरसिटी के शुरू होने से इस क्षेत्र के यात्रियों की लंबी समय से चली आ रही मांग पूरी हुई है। हालांकि, अगरतला-आनंदविहार राजधानी के लिए साहिबगंज से आरक्षण अभी तक शुरू नहीं हुआ है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि साहिबगंज के कोटे में कितनी सीटें आवंटित की जाएंगी।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने बताया कि साहिबगंज से हावड़ा तक ट्रेन की मांग को लेकर कई बार डीआरएम, जीएम, सांसद, और विधायक से मुलाकात की गई। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री तक चैंबर की ओर से पत्र लिखा गया था, और आज यह सपना साकार हो गया है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि साहिबगंज का व्यवसाय कोलकाता से अधिक होता है, और इस ट्रेन के चालू होने से स्थानीय व्यापार को प्रोत्साहन मिलेगा।
मॉडल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रंजीत सिंह ने इस अवसर को साहिबगंजवासियों के लिए खुशी का पल बताया। उन्होंने कहा कि अष्ठमी पूजा के मौके पर दो ट्रेनों का परिचालन गर्व की बात है। इस रूट में अब तक कोई राजधानी नहीं थी, और अब तेजस का ठहराव मिलने से दिल्ली जाने में भी आसानी होगी।
समाजसेवी बोदी सिन्हा ने रेल उपभोक्ता सलाहकार समिति का सदस्य रहते हुए साहिबगंज-हावड़ा इंटरसिटी के लिए लगातार आवाज उठाई। उन्होंने रेल मंत्री को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और सुझाव दिया कि साहिबगंज-हावड़ा इंटरसिटी में एसी चेयरकार और एसी थ्री की बोगी लगाई जाए।
इस तरह, साहिबगंज की रेलवे सेवाओं में सुधार न केवल यात्रियों के लिए, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा।