HARIYANA NEWS: राम रहीम के इलाके में कांग्रेस को मिला ज्यादा फायदा; पढ़ें किस पार्टी को मिली कितने सीटें
हरियाणा चुनाव परिणाम में बीजेपी ने जीत दर्ज की है लेकिन राम रहीम की पैरोल का फायदा कांग्रेस को मिला है। डेरा समर्थकों के गढ़ माने जाने वाले 28 विधानसभा क्षेत्रों में से 15 पर कांग्रेस और 10 पर बीजेपी ने जीत हासिल की है। कांग्रेस को 53.57% वोट मिले जबकि बीजेपी को 35.71% वोट मिले।
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी कर ली है। चुनाव के बीच एक मुद्दा राम रहीम का भी गूंजा। दरअसल, प्रदेश में बीते दिनों कांग्रेस और अन्य दलों ने राम रहीम को मिल रही बार-बार पैरोल को लेकर हमला बोला था। उनका आरोप था कि चुनाव से ऐन मौके पर राम रहीम को रिहाई दी गई है। हालांकि, चुनाव परिणाम के बाद यह साफ हो गया कि इसका फायदा बीजेपी को नहीं बल्कि कांग्रेस को ज्यादा मिला है।
दरअसल, डेरा समर्थकों का गढ़ समझे जाने वाली 28 विधानसभा क्षेत्रों में 15 पर कांग्रेस तो 10 पर बीजेपी ने जीत हासिल की है। इसी के साथ 2 सीटों पर इनेलो और एक पर निर्दलीय प्रत्याशी ने भी बाजी मारी है।
देखें तो हरियाणा में राम रहीम की पैरोल को लेकर अधिकतर कांग्रेस नेताओं ने चुप्पी ही साधकर रखी। कांग्रेस ने कैथल, कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, सिरसा, हिसार और करनाल सहित 28 सीटों पर कब्जा जमाया। ज्ञात हो कि फतेहाबाद, रतिया और टोहाना वे इलाके हैं जहां डेरा अनुयायियों की संख्या अधिक है।
बीजेपी को इन सीटों पर मिली जीत
- बरवाला- रणबीर घंघवा
- नलवा- रणधीर पनिहार
- असंध-योगिंदर सिंह राणा
- घरौंडा-हरविंदर कल्याण
- हांसी- विनोद भयाना
- इंद्री- राम कुमार कश्यप
- नीलोखेड़ी- भगवान दास
- करनाल-जगमोहन आनंद
- लाडवा- नायब सैनी
- पुंडरी- सतपाल जंबा
- डबवाली- आदित्य देवीलाल (आईएनएलडी)
- रानिया- अर्जुन चौटाला (आईएनएलडी)
- हिसार- सावित्री जिंदल (निर्दलीय)
भव्य बिश्नोई को भी हार का करना पड़ा सामना
हिसार की आदमपुर सीट पर कुलदीप बिश्नोई के बेटे और बीजेपी के उम्मीदवार भव्य बिश्नोई को समर्थन दिया था. भव्य यह चुनाव कांग्रेस के चंद्र प्रकाश जांगा से हार गए. पहली बार आदमपुर सीट पर बिश्नोई परिवार का किसी सदस्य को हार मिली है। वहीं, हिसार सीट से निर्दलीय उम्मीदवार सावित्री जिंदल ने चुनाव जीता।