बिहार में दिसंबर से स्पीड लिमिट लागू: गाड़ियों की रफ्तार पर लगेगा ब्रेक!

बिहार में सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, राज्य के विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों और राजकीय उच्चमार्गों पर तेज रफ्तार वाली गाड़ियों पर रोक लगाने की तैयारी की जा रही है। परिवहन विभाग ने अधिकतम गति सीमा तय करने के लिए एक विशेष समिति का गठन किया है, जो दिसंबर से प्रभावी हो सकती है।
इस समिति का अध्यक्ष विभाग के सचिव हैं, जबकि एडीजी यातायात उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। राज्य परिवहन आयुक्त को सदस्य सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा, परिवहन, पथ निर्माण और ग्रामीण कार्य विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ बिहार राज्य पथ विकास निगम, बिहार राज्य पुलिस निर्माण निगम, और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी भी इस समिति के सदस्य हैं।
समिति की रिपोर्ट अगले महीने के अंत तक आने की संभावना है, और इसके लिए सभी सदस्य तेजी से काम कर रहे हैं। इस कदम का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को कम करना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। तेज रफ्तार गाड़ियों पर नियंत्रण पाकर, सरकार सड़क पर सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठा रही है। यह पहल राज्य में यातायात व्यवस्था को सुगम और सुरक्षित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी।