आप बहुत कुछ होंगी, लेकिन… आज जया बच्चन भड़कीं तो सभापति धनखड़ ने भी ठीक से सुना दिया

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नई दिल्ली: जया बच्चन राज्यसभा में आज फिर गुस्सा हो गईं। फिर से वही मामला- नाम का। सभापति जगदीप धनखड़ ने फिर उन्हें जया अमिताभ बच्चन कहकर पुकारा तो वो भड़क गईं। समाजवादी पार्टी की सांसद ये वही जया बच्चन हैं जिन्होंने इन्हीं सभापति महोदय को अपना परिचय जया अमिताभ बच्चन के रूप में दिया था, इसी सदन में। वो भी तब जब जया अमिताभ बच्चन कहकर पुकारे जाने पर उपसभापति हरिवंश को बहुत कुछ सुना चुकी थीं।

आज फिर भड़कीं जया बच्चन

शुक्रवार को राज्यसभा की कार्यवाही चल रही थी। सभापति जगदीप धनखड़ आसन पर थे। बारी जया बच्चन की आई तो उन्होंने जया अमिताभ बच्चन कहकर पुकारा। बस क्या था, वो भड़क गईं। पिछली बार उपसभापति हरिवंश के सामने उन्होंने समाज में स्त्री-पुरुष विभेद और नारीवाद की बातें करने लगी थीं, इस बार सभापति को बॉडी लैंग्वेज समझाने लगीं। जया ने कहा, ‘मैं जया अमिताभ बच्चन ये बोलना चाहती हूं कि मैं एक कलाकार हूं, बॉडी लैंग्वेज समझती हूं एक्सप्रेशन समझती हूं। और सर मुझे माफ करिएगा लेकिन आपका टोन जो है वो स्वीकार नहीं है, हम सहयोगी हैं सर, मुझे याद है जब मैं स्कूल में थी…

सभापति बोले- ऐक्टर भी डायरेक्टर के इशारे पर नाचता है

इतने पर सभापति ने जया को टोक दिया। उन्होंने जया को बैठने को कहा, लेकिन वो नहीं मानीं। सभापति जया से बार-बार कहते रहे कि वो अपनी सीट पर बैठें। जया के अड़ियल रवैये को देखकर सत्ता पक्ष भी शोर मचाने लगा। तब धनखड़ ने कहा उनसे कहा, ‘मुझे पता है कि इससे कैसे निपटना है।’ सभापति फिर जया बच्चन से मुखातिब हुए और बोले, ‘जया जी आपने बड़ी प्रतिष्ठा हासिल की है। आप जानती हैं एक एक्टर भी डायरेक्टर के निर्देश पर ही ऐक्टिंग करता है। आप वो नहीं देख पाती हैं, जो मैं यहां से देखता हूं।’

सभापति ने जया बच्चन को ठीक से समझा दिया

उन्होंने कहा, ‘हर दिन मैं रिपीट नहीं कहना चाहता हूं कि मैं वैसा शख्स हूं जो आउट ऑफ द वे जाकर ऐसा नहीं कहता, लेकिन आपने मेरे टोन, मेरे लहजे तक चली गई। मैंने बहुत एवॉयड किया।’ फिर सभापति ने जो कहा वो जया बच्चन को भाया तो नहीं होगा। धनखड़ ने कहा, ‘आप कोई होंगी, आप सेलिब्रिटी हैं, लेकिन आपको डेकोरम समझना होगा। मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगा। ऐसा मत सोचिए कि केवल आपकी ही प्रतिष्ठा है, यहां जो बैठा है उसकी भी प्रतिष्ठा है।’

जया सच में ‘कलाकार’ हैं…

सप्ताह भर पहले 2 अगस्त को जया बच्चन ने खुद ही अपना परिचय जया अमिताभ बच्चन कहकर दिया। तब भी राज्यसभा के आसन पर सभापति धनखड़ ही बैठे थे। तब जया ने खुद ही चुटकी लेकर अपने नाम के साथ अमिताभ जोड़ा। लेकिन सप्ताह भर में ही उन्हें अपने नाम के साथ ‘अमिताभ’ लगाना चुभ गया। वो भी तब जब उन्होंने राज्यसभा सचिवालय को अपना आधिकारिक नाम यही लिखकर दी हैं- जया अमिताभ बच्चन। अगर अपना आधिकारिक नाम पुकारे जाने पर कोई इस कदर भड़क जाए तो यह मानना तो पड़ेगा ही कि वो सच में ‘कलाकार’ है।

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