बिहार में बाढ़ की मार: भागलपुर में पुलिया ध्वस्त, शेखपुरा में 150 घर जलमग्न

बिहार में गंगा नदी का जलस्तर घटते ही कटाव की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है। बक्सर, भागलपुर, पटना, बेगूसराय जैसे कई इलाकों में कटाव की घटनाएं सामने आ रही हैं। भागलपुर में हाल ही में एक पुलिया ध्वस्त हो गई, जिससे पीरपैंती के बाखरपुर और बाबूपुर पंचायत के कई गांवों का सम्पर्क टूट गया है।
जानकारी के अनुसार, यह पुलिया पीडब्ल्यूडी द्वारा दो साल पहले ही बनाई गई थी। जब गंगा का जलस्तर घटा, तो पुलिया की नींव कमजोर पड़ गई और परिणामस्वरूप यह ध्वस्त हो गई। घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। उन्होंने कहा कि लाखों रुपये की लागत से बनी पुलिया ने जल समाधि ले ली है, जिससे उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ध्वस्त पुलिया के कारण कई गांवों के लोग मुख्य सड़क से कट गए हैं, जिससे उनकी दैनिक जीवन में बाधा उत्पन्न हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें आवश्यक सेवाओं, जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा और बाजार तक पहुँचने में कठिनाई हो रही है। स्थानीय प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं, जिससे लोगों में और भी नाराजगी है।
कटाव की समस्या से निपटने के लिए आवश्यक है कि सरकार ठोस कदम उठाए। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं न केवल स्थानीय जनजीवन को प्रभावित करती हैं, बल्कि इससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। गंगा नदी के कटाव को रोकने के लिए स्थायी उपायों की आवश्यकता है, जैसे वृक्षारोपण और मजबूत तटबंध निर्माण, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द नई पुलिया का निर्माण किया जाए ताकि उनकी परेशानियों का समाधान हो सके। इस स्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जलवायु परिवर्तन और नदियों के कटाव की समस्या को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।