छत्तीसगढ़ के आदिवासी बच्चों के लिए साय सरकार की अनोखी पहल: नक्सल प्रभावित इलाकों में मिलेगी रोबोटिक्स और AI की शिक्षा

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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने नक्सल प्रभावित और आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा और कौशल विकास को एक नई दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस पहल के तहत, राज्य सरकार ने “नियद नेल्लानार योजना” की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य इन इलाकों के बच्चों को आधुनिक तकनीकों से परिचित कराना है। हिंदी में “नियद नेल्लानार” का अर्थ है “आपका अच्छा गांव,” और यह नाम इस योजना के उद्देश्य को पूरी तरह से दर्शाता है—आदिवासी बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल और तकनीकी रूप से सशक्त बनाना।

योजना की विशेषताएँ:

मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन का सहयोग: सरकार ने मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के साथ तीन साल का अनुबंध किया है, जिसके तहत सरकारी स्कूलों में कौशल शिक्षा का एकीकृत पाठ्यक्रम चलाया जाएगा। इस पाठ्यक्रम में रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), और अन्य आधुनिक तकनीकों की शिक्षा दी जाएगी।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप: यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCF) 2023 के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य छात्रों को 21वीं सदी के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करना है।

आदिवासी बच्चों का सशक्तिकरण: नक्सल प्रभावित इलाकों के बच्चे, जिन्हें अक्सर उच्च-गुणवत्ता की शिक्षा से वंचित रहना पड़ता है, अब इस योजना के माध्यम से रोबोटिक्स और AI जैसी अत्याधुनिक तकनीकों में शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। इससे न केवल उनकी शिक्षा का स्तर ऊंचा होगा, बल्कि वे भविष्य के लिए भी बेहतर तरीके से तैयार होंगे।

सामाजिक और आर्थिक विकास:इस योजना के जरिए न केवल बच्चों को तकनीकी शिक्षा दी जाएगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि वे अपने समुदाय के विकास में भी योगदान दे सकें।

साय सरकार की यह पहल छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों के बच्चों को नए अवसर प्रदान करेगी और उन्हें देश और दुनिया के अन्य बच्चों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए सक्षम बनाएगी।

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