“पीलीभीत एनकाउंटर: आतंकियों का सामना करने वाली पुलिस टीम की सुरक्षा बढ़ाने पर विचार, यह है कारण”

पीलीभीत एनकाउंटर के बाद खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू और केजेडएफ के आतंकी रंजीत सिंह नीटा द्वारा धमकी भरे वीडियो जारी किए जाने के बाद शासन स्तर से पूरे मामले को लेकर गंभीरता बरती जा रही है। उच्च अधिकारी लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं, और पीलीभीत जिले के अफसरों से पल-पल की अपडेट ली जा रही है। इसके बाद यह संभावना जताई जा रही है कि धमकी भरे वीडियो के मद्देनजर एनकाउंटर करने वाली टीम की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है।
23 दिसंबर की सुबह पूरनपुर में पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की गई मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया गया था। इसके बाद, मंगलवार को पन्नू और नीटा ने बदला लेने की धमकी देते हुए वीडियो जारी किए। इससे प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं और शासन स्तर पर पूरी स्थिति की गंभीरता से निगरानी की जा रही है। बरेली जोन के अफसर भी लगातार जानकारी जुटा रहे हैं, और इस मामले से जुड़ी हर अपडेट पर नजर रखी जा रही है।
माना जा रहा है कि आतंकियों के पूरनपुर पहुंचने में स्थानीय मददगारों का हाथ हो सकता है। पुलिस के अलावा कई बड़ी सुरक्षा एजेंसियां भी इस दिशा में लगातार कार्य कर रही हैं। शासन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एनकाउंटर करने वाली टीम की सुरक्षा बढ़ाने पर विचार कर सकता है। इस टीम में एसपी अविनाश पांडेय के अलावा 10 पुलिस कर्मी शामिल थे।
एटीएस की सक्रियता बढ़ी मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकियों के मामले में एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) भी सक्रिय है। आतंकियों के पूरनपुर पहुंचने की स्थिति और उनके मददगारों की तलाश की जा रही है। पीलीभीत के अलावा, एटीएस की टीमें लखीमपुर और बरेली में भी आतंकियों से जुड़े तारों को तलाशने में जुटी हैं। यह टीमें अलग-अलग इलाकों में जांच कर रही हैं, ताकि इस नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
चौकसी बढ़ी, पुलिस अलर्ट पन्नू के धमकी भरे वीडियो के बाद पीलीभीत जनपद में चौकसी बढ़ा दी गई है। पुलिस को प्रमुख मार्गों के अलावा बॉर्डर क्षेत्र में भी अलर्ट किया गया है। गश्त के दौरान वाहनों की जांच की जा रही है, और पीआरवी को भी हर गतिविधि पर नजर रखने की हिदायत दी गई है। उत्तराखंड बॉर्डर से जुड़े अमरिया-मझोला, माधोटांडा से खटीमा मार्ग, सेहरामऊ उत्तरी, हजारा क्षेत्र में जांच तेज कर दी गई है। इसके अलावा, पड़ोसी जिलों की सीमाओं पर भी पुलिस अलर्ट है, ताकि आतंकियों के किसी भी संभावित कदम को रोका जा सके।
समग्र रूप से, पीलीभीत और आसपास के इलाकों में सुरक्षा के इंतजामों को और मजबूत किया जा रहा है, और पुलिस पूरी स्थिति पर गहरी नजर रखे हुए है।