बिहार: केस वापस लेने के लिए गोलीबारी, प्राथमिकी दर्ज

सासाराम के मोची टोला मोहल्ले में गुरुवार को दिनदहाड़े गोलीबारी हुई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। हालांकि, इस गोलीबारी में किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन इससे पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। गोलीबारी का कारण एक पुराने हत्या मामले में दबाव बनाने और गवाहों को धमकाने का प्रयास था। घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को शांत किया। पुलिस ने घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय लोगों से पूछताछ की और वीडियो फुटेज सहित सबूत एकत्र किए, ताकि मामले की सही जांच की जा सके।यह गोलीबारी पिछले साल 6 अगस्त को हुई हत्या के मामले से जुड़ी हुई है। उस समय अफरोज आलम उर्फ चीकू, जो एक पपीता व्यापारी थे, को सासाराम के आलमगंज इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना में दो अन्य लोग, सानू और चांद, भी घायल हुए थे। हत्या के मामले में शाहजुमा मोहल्ले के लालू और सोनू मुख्य आरोपी हैं। इस वक्त सोनू जेल से बाहर है, और इस मामले में अदालत में सुनवाई चल रही है।
अफरोज आलम के भाई अजीम राइन ने आरोप लगाया है कि आरोपी लगातार उन्हें धमकाते आ रहे हैं और केस वापस लेने के लिए दबाव बना रहे हैं। अजीम ने बताया कि गुरुवार को आरोपियों ने उनके साथ मारपीट की और 10 राउंड गोलियां चलाईं, जिससे इलाके में डर का माहौल बन गया।इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ लोग हथियारों के साथ मोहल्ले में जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो पीड़ित पक्ष ने पुलिस को सौंपा है, और पुलिस अब इस वीडियो की जांच कर रही है, ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके।इस गोलीबारी ने सासाराम के लोगों को चौंका दिया, और कई दुकानदार अपनी दुकानों को बंद करके इधर-उधर भागने लगे। हालांकि, पुलिस की कार्रवाई के बाद माहौल अब शांत हो चुका है, लेकिन इस घटना ने इलाके में सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा कर दी है।