Pilibhit Encounter: पुलिस मुठभेड़ में मारे गए खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के तीनों आतंकवादियों का स्थानीय कनेक्शन तलाशने के लिए एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) और एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) की टीमों ने तराई में डेरा जमा रखा है। पुलिस भी जांच कर रही है। बुधवार को उस होटल का भी पता चल गया है, जिसमें तीनों आतंकी रुके थे। तीनों आतंकी पूरनपुर के होटल हर जी में रुके थे, जिसका फुटेज भी सामने आया है।
होटल हर जी में रुकने की पुष्टि के बाद एनआईए और पीलीभीत पुलिस ने लखीमपुर खीरी के निघासन क्षेत्र का रुख किया है। बताया जा रहा है कि बुधवार देर रात जांच एजेंसियों ने निघासन क्षेत्र के खड़रिया फार्म निवासी व्यक्ति के घर पहुंचकर जांच की। टीमें करीब एक घंटे तक खडरिया फार्म में रही। गहन पूछताछ के बाद टीम वापस आईं।
एक घंटे तक की पूछताछ
बुधवार को पूरे दिन एनआईए की टीम खीरी में पहुंचने की सुगबुगाहट थी, लेकिन शाम तक कोई सूचना नहीं मिली। देर रात करीब तीन बजे पीलीभीत पुलिस के साथ ही एनआईए की टीम निघासन पहुंची। यहां खड़रिया फार्म निवासी स्वर्गीय गुरुनाम सिंह के घर पहुंची। एक घंटे पूछताछ के बाद टीम वापस चली गई। टीम ने गुरुनाम सिंह के परिजनों से क्या पूछताछ की, इस पर कोई कुछ ही बोलने को तैयार नहीं है।
23 दिसंबर की सुबह हुई थी मुठभेड़
पीलीभीत के पूरनपुर क्षेत्र में 23 दिसंबर की सुबह मुठभेड़ में खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के तीन आतंकी वरिंदर सिंह, गुरविंदर सिंह और जसनप्रीत सिंह मारे गए थे। आतंकियों के पास से दो मॉडीफाइड एके-47, दो ग्लॉक पिस्टल (ऑस्ट्रिया निर्मित), काफी संख्या में कारतूस के अलावा तीन मोबाइल फोन भी मिले थे।
तीनों पंजाब में गुरदासपुर जिले के रहने वाले थे। उन पर कलानौर थाने की बख्शीवाल चौकी पर हमला करने का आरोप था। वहां वारदात को अंजाम देकर तीनों आतंकी पूरनपुर भाग आए थे। पुलिस जांच के मुताबिक तीनों यहां होटल में रुके थे। अब पुलिस तीनों आतंकियों का स्थानीय कनेक्शन पता करने में जुटी है।