कानपुर में डिफेंस कॉरिडोर की सफलता, 12,800 करोड़ का निवेश और उत्पादन का आगाज

उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (यूपीडीआईसी) का कानपुर नोड राज्य के प्रमुख रक्षा उत्पादन केंद्र के रूप में उभर रहा है, जहां अब तक 12,800 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। यूपीडा द्वारा जारी नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, कानपुर नोड में कुल 222.86 हेक्टेयर भूमि में से 210.60 हेक्टेयर भूमि उद्योगों को आवंटित की जा चुकी है, जिससे न केवल निवेश बढ़ रहा है, बल्कि स्थानीय रोजगार में भी वृद्धि हो रही है।
कानपुर नोड में प्रमुख रक्षा कंपनियों का निवेश, जैसे अडानी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड और डेल्टा कॉम्बैट सिस्टम्स लिमिटेड, ने रक्षा उत्पादन को गति दी है। अडानी ने 1,500 करोड़ रुपये का निवेश किया है और इस परियोजना का उद्देश्य दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा गोला-बारूद निर्माण परिसर स्थापित करना है। उल्लेखनीय है कि इस यूनिट ने 18 महीनों के भीतर उत्पादन भी शुरू कर दिया है। वहीं, डेल्टा कॉम्बैट को 150 करोड़ रुपये के निवेश से छोटे हथियार और गोला-बारूद निर्माण इकाई स्थापित करने के लिए भूमि आवंटन मिला है।
यूपीडीआईसी का यह कदम उत्तर प्रदेश को एक आधुनिक रक्षा विनिर्माण हब के रूप में विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है। इसके माध्यम से न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है, बल्कि रक्षा क्षेत्र में देश की आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा मिल रहा है। इस परियोजना से स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं, जो राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में योगदान कर रहे हैं।