विश्व मृदा दिवस: इंदौर में मिट्टी बचाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

इंदौर में विश्व मृदा दिवस के मौके पर सरस्वती शिशु मंदिर, ममता नगर में एक खास कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मिट्टी के महत्व पर संवाद और हर्बल फर्स्ट एड बॉक्स के रोपण की गतिविधियां हुईं। इस कार्यक्रम में प्रमुख पर्यावरणविद स्वप्निल व्यास ने मिट्टी की उर्वरता और इसकी सांस्कृतिक महत्ता पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत में मिट्टी को धरती मां के रूप में पूजा जाता है और हर भारतीय का इससे एक भावनात्मक नाता है। जब बात अपनी मिट्टी की होती है, तो यह सीधे तौर पर देश प्रेम से जुड़ जाती है।
स्वप्निल व्यास ने रासायनिक खेती के कारण मिट्टी की उर्वरता में हो रही गिरावट और नगरों से मिट्टी के गायब होने की समस्याओं पर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि आज की पीढ़ी ने मिट्टी में खेलना छोड़ दिया है, जिससे मिट्टी से हमारी दूरी बढ़ रही है। यह अलगाव संस्कृति और प्रकृति दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है।
कार्यक्रम में विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती प्रतिभा तिवारी ने भी मृदा के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि मृदा पर ध्यान नहीं देने के कारण आज हमारे सामने संकट बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों में मृदा के महत्व को जागरूक करना और उन्हें पर्यावरणीय जिम्मेदारी का अहसास कराना है।
इस कार्यक्रम में छाया वारगल, वैभव जोशी, रेखा पटेल सहित विद्यालय के समस्त शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।