JDU ने RJD पर साधा निशाना, बिहार में चुनावी मेला लगाने वाली प्रवासी नेत्रियों को बताया मौसमी नेता

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के जरिए राजनीतिक युद्ध छेड़े हुए हैं। हाल ही में, जदयू के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. निहोरा प्रसाद यादव ने राजद पर हमला करते हुए कहा कि जो पार्टी 15 वर्षों तक कृषि क्षेत्र में कुछ नहीं कर पाई, वह आज नीतीश कुमार सरकार से हिसाब मांगने की कोशिश कर रही है।
डॉ. यादव ने कहा कि राजद के शासनकाल में बिहार में कृषि उत्पादन और सिंचाई की स्थिति बेहद खराब हो गई थी। किसानों ने डर के कारण खेती छोड़ दी थी। इसके विपरीत, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में कृषि सुधार के लिए कई योजनाएं लागू कीं। उन्होंने कृषि क्षेत्र की बेहतरी के लिए चार कृषि रोडमैप की शुरुआत की, जिससे चावल, गेहूं, मक्का सहित अन्य फसलों की उत्पादकता बढ़ी। 18 अक्टूबर 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बिहार के चतुर्थ कृषि रोडमैप का शुभारंभ किया, जिसके लिए बिहार सरकार ने 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की।
इस बीच, जदयू प्रवक्ता मनीष यादव ने बिना नाम लिए राजद की प्रवासी नेत्री रोहिणी आचार्य पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आचार्य को बिहार के विकास कार्य नहीं दिखते और वे केवल चुनावी सीजन में ही राज्य आती हैं। यादव ने कहा कि उन्हें सोनपुर मेला जैसे आयोजन में भी जाना चाहिए और बिहार के विकास कार्यों को देखना चाहिए।
जदयू के प्रवक्ताओं का यह आरोप है कि राजद का शासनकाल विकास के मामले में विफल रहा, और अब वही पार्टी नीतीश सरकार से हिसाब मांग रही है।