महाकाल के दरबार पहुंचे सात क्रिकेटर, दो घंटे तक बैठकर देखी भस्म आरती; बाबा का लिया आशीर्वाद

IMG_1821

उज्जैन: क्रिकेटरों का बाबा महाकाल के दरबार में आशीर्वाद लेने का सिलसिला जारी

 

उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में इन दिनों क्रिकेटरों का जमावड़ा लगा हुआ है। सोमवार की सुबह भस्म आरती में शामिल होने के लिए सात क्रिकेटर बाबा महाकाल के दरबार पहुंचे। इन खिलाड़ियों ने करीब दो घंटे तक मंदिर में ध्यान लगाया और भस्म आरती का अनुभव किया। कुछ दिनों पहले आकाश मधवाल और कुणाल महाकालेश्वर मंदिर आए थे, और अब आदित्य तारे, रंजन कुमार, कुणाल चंडेला, पीयूष सिंह, देशराज चौहान (फिजियो), अभिनव मनोहर और मन्वंत कुमार ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया।

 

भस्म आरती का अद्भुत अनुभव

 

महाकाल मंदिर की जनसंपर्क अधिकारी श्रीमती गोरी जोशी ने बताया कि भस्म आरती के दौरान सभी क्रिकेटर चांदी द्वार पर पहुंचे और पूजन-अर्चन के बाद बाबा महाकाल की भस्म आरती का आनंद लिया। खिलाड़ियों ने पहली बार इस प्रकार की आरती देखी और इसे बेहद अद्भुत और प्रेरणादायक बताया। भस्म आरती के दौरान बजने वाले डमरू और संगीत ने सभी को गहराई से प्रभावित किया।

 

अभिनव मनोहर की प्रतिक्रिया

 

आरसीबी टीम से खेलने वाले क्रिकेटर अभिनव मनोहर ने अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा कि बाबा महाकाल की भस्म आरती ने उन्हें बेहद आध्यात्मिक अनुभव दिया। उन्होंने बाबा का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनके क्रिकेट करियर में आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा, “यहां आकर मैं धन्य महसूस कर रहा हूं। बाबा महाकाल की कृपा से मैंने जिस फील्ड को चुना उसमें करियर बनाया।”

 

टीम के अन्य खिलाड़ियों की उपस्थिति

 

अभिनव के साथ अन्य क्रिकेटरों ने भी बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। दिल्ली टीम के कुणाल चंडेला, यंग फास्ट बॉलर पीयूष सिंह, और टीम के फिजियो देशराज चौहान ने इस अनुभव को अद्भुत बताया। इससे पहले आकाश मधवाल और स्वप्निल सिंह भी महाकाल के दर्शन कर चुके हैं।

 

क्रिकेटरों के लिए विशेष अनुभव

 

महाकाल के दरबार में जाकर इन क्रिकेटरों ने न केवल आध्यात्मिक शांति का अनुभव किया, बल्कि इसे अपने जीवन और करियर में सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत बताया। बाबा महाकाल की भस्म आरती और उनके आशीर्वाद ने इन खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हो सकता है आप चूक गए हों