Uttarakhand: हल्द्वानी में जलभराव से राहत के लिए 134 करोड़ की योजना, DPR तैयार

हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में मानसून के दौरान पानी की निकासी एक बड़ी समस्या बन जाती है। बारिश का पानी घरों में घुसकर भारी नुकसान पहुंचाता है और सड़कों की हालत खराब हो जाती है। इसे देखते हुए उत्तराखंड शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी (यूयूएसडीए) ने नैनीताल और कालाढूंगी रोड के लिए 134 करोड़ रुपये की ड्रेनेज योजना बनाई है। इस परियोजना को एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने मंजूरी दे दी है, और जैसे ही राज्य सरकार से हरी झंडी मिलेगी, इसके टेंडर जारी कर दिए जाएंगे।यूयूएसडीए की इस योजना के तहत काठगोदाम से लेकर तीनपानी तक दोनों साइड में बड़े नाले बनाए जाएंगे, ताकि बारिश का पानी सही तरीके से निकाला जा सके। साथ ही, कालाढूंगी चौराहे से लेकर भाखड़ा नदी तक और कमलुवागांजा से भाखड़ा तक नालों का निर्माण किया जाएगा। नैनीताल रोड का पानी पांच जगहों से गौला नदी में डाला जाएगा, जबकि कालाढूंगी रोड का पानी रकसिया और भाखड़ा नदी में जाएगा। पनियाली क्षेत्र का पानी भी रकसिया में डाला जाएगा। इससे न सिर्फ पानी का सही तरीके से निकासी होगी, बल्कि जलभराव की समस्या भी कम होगी।
देवखड़ी नाले की समस्या भी इस योजना के तहत हल की जाएगी। यह नाला हल्द्वानी से लेकर लालकुआं तक भारी तबाही मचाता है। इस नाले का पानी सिंचाई नहर में डालने की वजह से कई बार ओवरफ्लो हो जाता है, जिससे पानी घरों में घुस जाता है। अब इस नाले का पानी सीधे शीशमहल गैस गोदाम से होते हुए गौला नदी में डाला जाएगा, ताकि ओवरफ्लो की समस्या से बचा जा सके और जलभराव का खतरा कम हो।इसके अलावा, शनिबाजार नाले का पानी भी डायवर्ट किया जाएगा। आधे पानी को गौला नदी में डाला जाएगा और बाकी पानी को आंवला चौकी से होते हुए नदी में भेजा जाएगा। इससे गोरापड़ाव क्षेत्र में सीवर के पानी की समस्या हल होगी और तीनपानी क्षेत्र में सड़क पर पानी नहीं आएगा।इस 134 करोड़ रुपये की योजना को एडीबी से मंजूरी मिल चुकी है, और अब शासन की हाईपावर कमेटी की बैठक के बाद इसके टेंडर जारी किए जाएंगे। इस परियोजना से शहर में ड्रेनेज सिस्टम, पेयजल, सीवर, सड़क, ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम जैसे काम भी होंगे, जिससे हल्द्वानी शहर में सुविधाओं में सुधार होगा और जलभराव की समस्या से राहत मिलेगी।