भोपाल: कमरे में मृत मिला गोलाफेंक का राष्ट्रीय खिलाड़ी, टीटी नगर स्टेडियम में चल रहा था प्रशिक्षण

an Indian or Asian person laying dead with outstretched hand during COVID-19 or corona virus outbreak
अमित वर्मा की अचानक हुई मौत ने उनके परिवार, दोस्तों और खेल जगत में शोक की लहर पैदा कर दी है। अमित एक होनहार एथलीट थे, जो गोला-फेंक में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके थे। उनके करियर की शुरुआत सिंगरौली जिले से हुई थी, जहां उन्होंने अपनी कठिन मेहनत और समर्पण के बलबूते पर खेल में कदम रखा और जल्दी ही उच्च स्तर तक पहुँच गए। भोपाल आने के बाद, वह अपने खेल में और अधिक निपुण बनने के लिए टीटी नगर स्टेडियम में नियमित रूप से अभ्यास करते थे।
अमित की मौत से उनके दोस्तों और सहकर्मियों को गहरा सदमा पहुंचा है। उनके साथ रह रहे साथी खिलाड़ियों ने बताया कि अमित ने हमेशा जोश और लगन के साथ अपने खेल का अभ्यास किया और भविष्य में अपने राज्य और देश के लिए और भी बड़े मंचों पर खेलने का सपना देखा था। शुक्रवार की दोपहर जब साथी खिलाड़ियों ने उन्हें कमरे में बेसुध हालत में देखा, तो वह हैरान और चिंतित हो गए। उन्होंने दरवाजा तोड़कर अमित को बाहर निकाला और तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
टीटी नगर थाना प्रभारी सुनील भदौरिया ने बताया कि घटना स्थल पर कोई हिंसात्मक गतिविधि का संकेत नहीं मिला है। पुलिस को प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक की आशंका है, लेकिन मौत का असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। पुलिस ने अमित के साथ रहने वाले साथियों और उनके परिवार से संपर्क कर विस्तृत जानकारी जुटाई है।
अमित के कोच और खेल संघ के सदस्यों ने भी इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अमित को एक मेहनती और अनुशासित खिलाड़ी बताया, जो खेल के प्रति अपने समर्पण के लिए जाना जाता था। उनके अनुसार, अमित का सपना था कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का नाम रोशन करें। इस हादसे ने खेल समुदाय को झकझोर कर रख दिया है, और अब सभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं ताकि उसकी मृत्यु के कारणों को समझा जा सके।
अमित के आकस्मिक निधन ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। खेल संघ अब यह विचार कर रहा है कि क्या खिलाड़ियों के स्वास्थ्य और फिटनेस को बनाए रखने के लिए अतिरिक्त चिकित्सा जांचों का प्रावधान किया जाना चाहिए, ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके। इसके अलावा, अमित के परिवार को इस कठिन समय में सांत्वना देने के लिए उनके दोस्तों, सहकर्मियों, और खेल जगत के लोग आगे आ रहे हैं। उनकी याद में एक स्मारक कार्यक्रम आयोजित करने की भी योजना बनाई जा रही है ताकि उनके योगदान को सम्मानित किया जा सके और खेल की दुनिया में उनके जैसे समर्पित खिलाड़ियों को प्रेरणा दी जा सके।